दक्षिण का पेंच सुलझाने की कोशिश नाकाम, केंद्रीय मंत्री-पूर्व महापौर के बीच नहीं बनी बात

दक्षिण का पेंच सुलझाने की कोशिश नाकाम, केंद्रीय मंत्री-पूर्व महापौर के बीच नहीं बनी बात

ग्वालियर
भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन चुकी ग्वालियर दक्षिण विधानसभा सीट पर पेच अभी भी फंसा हुआ है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता के बीच सोमवार की रात एकांत में हुई चर्चा बेनतीजा रही है। पता चला है कि सुबह संभागीय संगठन मंत्री शैलेंद्र बरुआ से मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने बागी पार्टी नेता समीक्षा गुप्ता को बंगले पर बात करने के लिए बुलाया था। रात करीब 8 बजे समीक्षा अपने पति के साथ वहां पहुंची भी, लेकिन मंत्री से बातचीत बेनतीजा रही। 

सूत्रों की मानें तो केंद्रीय मंत्री ने दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से बागी प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरी समीक्षा को समझाइश दी है कि वह अपना पर्चा खींच ले और पार्टी प्रत्याशी को जिताने की पहल करें। लेकिन समीक्षा ने जिले में एक भी महिला को टिकट नहीं दिए जाने पर अपना असंतोष जताया। चर्चा है कि उन्होंने कांग्रेस का उदाहरण भी दिया है जिसमें कांग्रेस ने इमरती देवी के तौर पर एक महिला प्रत्याशी को अपना उम्मीदवार बनाया है। हालांकि इस बारे में समीक्षा के पति राजीव गुप्ता ने मुलाकात संबंधी खबरों को मनगढ़ंत बताया है। उनका कहना है कि वे हर हाल में चुनाव मैदान में उतरेंगे। गौरतलब है कि ग्वालियर दक्षिण से प्रदेश के नवकरणीय ऊर्जा मंत्री नारायण सिंह कुशवाह मैदान में हैं।वे 2003 से इसी सीट से विधायक हैं और भाजपा सरकार के 15 साल के कार्यकाल में लगातार मंत्री है।  यहां समीक्षा के मैदान में उतरने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो समीक्षा के खड़े होने से भारतीय जनता पार्टी के वोट बटेंगे जिसका सीधा फायदा कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक को होगा।  इसलिए भाजपा के नेता किसी भी तरह समीक्षा को चुनाव मैदान से हट जाने के लिए दबाव बना रहे हैं।