दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन पर कट रही हैं सबसे ज्यादा जेबें
नई दिल्ली
यात्रीगण कृपया ध्यान दें! अगर आप मेट्रो की ब्लू लाइन में यमुना बैंक से वैशाली और नोएडा के बीच सफर कर रहे हैं तो अपनी जेबों का खास ख्याल रखें, क्योंकि इस रूट पर यात्रियों की जेब साफ करने की घटनाएं सबसे अधिक सामने आई हैं। मामले में दूसरे नंबर पर समयपुर बादली से हुडा सिटी सेंटर वाली येलो लाइन है। जेब काटने वाले गैंग्स में आदमियों से कहीं ज्यादा औरतें हैं। ये अकेली या ग्रुप में जेब काट रही हैं। इसके अलावा मेट्रो की येलो लाइन पर लोगों ने सबसे अधिक आत्महत्याएं कीं। यह जानकारी मेट्रो की सुरक्षा करने वाली एजेंसी सीआईएसएफ से मिली है।
13 महीनों में मेट्रो के आगे कूदकर 53 ने जान दीं
सीआईएसएफ से मिले आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पिछले साल 1 जनवरी से इस साल 31 जनवरी तक मेट्रो की तमाम लाइनों पर संदिग्ध जेबतराशों को पकड़े जाने के 133 मामले सामने आए। इनमें सबसे अधिक 79 मामले ब्लू लाइन पर पाए गए। इसमें भी 50 मामलों में जेबतराशों को यमुना बैंक से वैशाली और नोएडा वाली लाइन पर पकड़ा गया।
येलो लाइन पर जेबतराशी के संदेह के 37 मामले सामने आए। यह लाइन समयपुर बादली से हुडा सिटी सेंटर वाली है। जेबतराशी के अन्य मामलों में सात वायलट लाइन पर, छह रेड लाइन पर और चार उद्योग भवन से हुडा सिटी सेंटर के बीच सामने आए। इन 133 मामलों में 604 संदिग्ध जेबतराश पकड़े गए। इनमें 575 महिलाएं थीं। अधिकारियों का कहना है कि महिलाओं के गैंग में पांच से सात महिलाएं होती हैं। जो यात्री को टारगेट करके उसके आगे-पीछे खड़ी हो जाती हैं और फिर हाथ साफ कर देती हैं। इनके अलावा, 13 महीनों में मेट्रो ट्रेन के आगे कूदकर 53 लोगों ने जान दीं। सबसे अधिक 12 मामले येलो लाइन में आए। वायलट लाइन पर 9 लोगों ने आत्महत्याएं कीं।