राजधानी में सांस लेना फिर मुश्किल, नहीं मिल रही राहत
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नई दिल्ली
राजधानी की आबो-हवा पिछले छह दिन से पूरी तरह से बिगड़ी हुई है। शनिवार को भी वायु की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही और समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 322 पर आ गया। दमघोंटू हवा में सांस ले रहे राजधानी के लोगों को रविवार को भी खुली सांस मिलती नहीं दिख रही है और रविवार को भी वायु की गुणवत्ता इसी श्रेणी में बने रहने की आशंका है।
अधिकारियों ने बताया कि मौसम की खराबी के चलते प्रदूषक तत्वों का हवा में छितराव नहीं हो सका है। इससे वायु की गुणवत्ता खासी प्रभावित हुई है। सीपीसीबी ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के 27 क्षेत्रों में वायु प्रदूषण का स्तर ‘बहुत खराब’ रहा जबकि पांच इलाकों में वायु की गुणवत्ता खराब रही। हवा में मौजूद पीएम 2.5 वाले कणों का स्तर (वायु में तैरते 2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास वाले कण) 155 जबकि पीएम 10 स्तर 310 दर्ज किया गया।
बोर्ड के मुताबिक एनसीआर में गाजियाबाद, फरीदाबाद और नोएडा में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ रही जबकि गुडग़ांव में यह ‘खराब’ स्तर की रही। केंद्र संचालित वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) के मुताबिक रविवार को हवा की गति में तेजी आने की उम्मीद है जिससे राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता प्रदूषण के स्तर में मामूली कमी आ सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक पराली जलाने से होने वाला प्रदूषण न्यून हो गया है। मालूम हो, हवा की गुणवत्ता के बारे में बताने वाला यह सूचकांक 0 से 50 तक अच्छा, 51 से 100 तक संतोषजनक, 101 से 200 तक मध्यम, 201 से 300 तक खराब, 301 से 400 तक बहुत खराब और 401 से 500 तक बेहद गंभीर माना जाता है।