दिल्ली से फोन आ रहा है....बताओ, किसे दें लोकसभा का टिकट!

दिल्ली से फोन आ रहा है....बताओ, किसे दें लोकसभा का टिकट!

इंदौर 
इंदौर लोकसभा सीट के लिए इस बार दिलचस्प सीन है. सुमित्रा महाजन के नाम पर बीजेपी का गढ़ बन चुकी इस सीट को जीतने के लिए कांग्रेस कुछ भी कर गुजरने को तैयार है. लोकल कार्यकर्ताओं के पास दिल्ली से फोन आ रहे हैं. उनसे पूछा जा रहा है कि किसे टिकट दिया जाए.

इंदौर लोकसभा सीट बीजेपी और कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बनी हुई है. बीजेपी इस सीट को लगातार नौ बार जीतने के लिए मैदान में उतरेगी और आठ बार से हार रही कांग्रेस इस बार सीट जीतने के लिए दम लगा रही है.

कांग्रेस ऐसे कैंडीडेट की तलाश में है जो लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को कड़ी टक्कर दे सके,यही कारण है दिल्ली से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को फोन आ रहे हैं और उनसे पूछा जा रहा है कि इंदौर के लिए कौन अच्छा प्रत्याशी हो सकता है. इसके साथ ही जनता से भी संभावित प्रत्याशियों की रायशुमारी की जा रही है.

प्रदेश की सबसे ज्यादा मतदाताओं वाली इंदौर लोकसभा सीट को फतह करने के लिए कांग्रेस योग्य उम्मीदवार की तलाश में है. वो ऐसा प्रत्याशी चाह रही है जो सुमित्रा महाजन के कद का हो और जिसकी स्थानीय पकड़ भी हो. इसलिए कांग्रेस डायरेक्ट अपने कार्यकर्ताओं से फीडबैक ले रही है. यही कारण है कि दिल्ली के कांग्रेस दफ्तर से इंदौर में रहने वाले प्रदेश पदाधिकारियों, शहर पदाधिकारियों, जिला पदाधिकारियों के पास फोन आ रहे हैं. उनसे चुनाव के लिए कांग्रेस के संभावित उम्मीदवारों के नाम मांगे जा रहे हैं. ये भी पूछा जा रहा है कि जिनका नाम वो बता रहे हैं वे कैसे चुनाव जीत सकते हैं.

कांग्रेस नेता सीधे कार्यकर्ताओं से बात कर प्रत्याशी चयन करना चाह रहे हैं. ताकि स्थानीय कार्यकर्ताओं में विरोध ना पनपे और वो पूरे मन से एकजुट होकर काम करें हालांकि इंदौर के कांग्रेसी महिला उम्मीदवार को ज्यादा प्रिफरेंस दे रहे हैं. प्रदेश महासचिव शेख अलीम का कहना है इस बार इंदौर से कांग्रेस का चौंकाने वाला नाम सामने आएगा और वो उम्मीदवार जिताऊ भी होगा.

इंदौर लोकसभा में आठ विधानसभा क्षेत्र आते हैं. इनमें पांच विधानसभा क्षेत्र शहरी और तीन ग्रामीण इलाके हैं, इसलिए कांग्रेस अपने प्रत्याशी चयन में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के चुनावी समीकरणों को भी देख रही है.