नगालैंड बाढ़: भूस्‍खलन की वजह से दो जिले पूरी तरह से कटे

कोहिमा 
नगालैंड में आई भीषण बाढ़ से सबसे ज्‍यादा प्रभावित फेक और किफिरे जिले अब भूस्‍खलन के कारण हर तरफ से पूरी तरह कट गए हैं। इन जिलों में फंसे लोगों तक पहुंच पाने में जिला प्रशासन अभी तक सफल नहीं हो पाया है। फेक जिला प्रशासन ने कहा है कि उसे आधारभूत ढांचे को हुए नुकसान की मरम्‍मत के लिए 416.06 लाख रुपये और कृषि तथा मत्‍स्‍यपालन क्षेत्र को 281.34 लाख रुपये की जरूरत है।  

दोनों ही जिले के प्रशासन ने शुक्रवार को नुकसान की रिपोर्ट केंद्रीय टीम के समक्ष पेश की है। शुक्रवार को मीडिया के समक्ष केंद्रीय टीम ने इस रिपोर्ट को सार्वजनिक किया। अधिकारियों ने बताया कि अन्‍य जिलों से अभी रिपोर्ट नहीं आई है। फेक जिले के उपायुक्‍त ओरेनथुंग ने कहा कि जिला प्रशासन और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने पूरी तरह से नष्‍ट हुए घरों के लिए 10 हजार और आंशिक रूप से नुकसान हुए घर के लिए 5 हजार रुपये दिए हैं। 


किफिरे के उपायुक्‍त और डीडीएमए के चेयरमैन मोहम्‍मद अली शिहाब ने कहा कि भूस्‍खलन की वजह से 29 जुलाई से जिले का संपर्क पूरी तरह से कट गया था। बताया जा रहा है कि भूस्‍खलन की वजह से किफिरे-कोहिमा और ट्यूनसांग जिलों को जोड़ने वाले एनएच-202 को काफी नुकसान पहुंचा है। इस रास्‍ते से सटे अन्‍य इलाकों जैसे मेलुरी और येई ब्रिज को भी काफी नुकसान पहुंचा है। 

मेलुरी को हालांकि अब जोड़ दिया गया है लेकिन यह हैवी वीइकल के लिए सेफ नहीं है। येई ब्रिज अभी भी कटा हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि दीमापुर से आवश्‍यक वस्‍तुओं की सप्‍लाई अभी भी काफी प्रभावित हुई है। जिले में चावल की भारी कमी हो गई है। किफिरे जिले में करीब 110 ग्रामीण हैं और खराब मौसम की वजह से अधिकारी वहां तक पहुंच नहीं पा रहे हैं।