नर्सिंग की मान्यता रद्द होने पर बिफरे स्टूडेंटस, सीएम हाउस पहुंच किया प्रदर्शन-नारेबाजी 

नर्सिंग की मान्यता रद्द होने पर बिफरे स्टूडेंटस, सीएम हाउस पहुंच किया प्रदर्शन-नारेबाजी 


भोपाल 
नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता समाप्त करने से नाराज विद्यार्थियों ने आज सुबह सीएम हाउस पहुंचकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। नर्सिंग छात्र संगठन ग्वालियर संभाग के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने शासन द्वारा बनाई गई गलत नीति और व्यवस्था के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।  

विद्यार्थियों ने बताया कि उन्होंने मप्र आयुविज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर से संबद्धता प्राप्त कालेजों में ही प्रवेश लिया है। मप्र नर्सिंग काउंसलिंग ने मान्यता प्राप्त कॉलेजों की प्रथम सूची 11 जनवर, द्वितीय सूची 22 फरवरी और तृतीय सूची 20 मई को जारी की गई। उसी सूची के आधार पर सभी ने कॉलेजों में प्रवेश लिया गया है। चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की संचालक उल्का श्रीवास्तव ने बीच सत्र में मान्यता समाप्त कर दी। जबकि उक्त कालेजों में काफी विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। उन्होंने तर्क दिया है कि उक्त कालेजों में क्लीनिकल प्रशिक्षण के लिए सुविधा नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि चिकित्सा शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारियों ने कई कॉलेज संचालकों के साथ सांठगांठ कर शासकीय अस्पतालों में नियम विरुद्ध बिस्तर आवंटन करने के बाद कॉलेज द्वारा मान्यता प्राप्त करने आॅनलाइन आवेदन कराए गए। यहां तक उनका बिना निरीक्षण कराए ही कॉलेजों को मान्यता प्रदान कर दी गई। 

विद्यार्थियों की मांग है कि जिस कॉलेजों की मान्यता बीच सत्र में समाप्त की गई है, उनकी मान्यता बहाल की जाए। इससे प्रदेश के करीब 30 हजार छात्र-छात्राओं का भविष्य जुड़ा हुआ है। शीघ्र मान्यता जारी नहीं की गई, तो हजारों विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लग जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन की होगी।