पंजाब में गेहूं की मंडियों में लगेंगे वैक्सीनेशन कैंप

चंडीगढ़
कोविड महामारी (COVID-19 pandemic) के दरमियान कल 10 अप्रैल से शुरू हो रही गेहूं की खरीद को सुचारू बनाने के लिए पंजाब सरकार (Punjab Government) ने राज्य भर में सभी 154 मार्केट कमेटियों में कोविड टीकाकरण कैंप (Covid Vaccination Camps) स्थापित किए हैं. जिससे रबी मंडीकरण सीजन के दौरान अनाज मंडियों में आने वाले 45 साल या इससे अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों को कोविड से बचाव का टीका लगाया जा सके.
पंजाब मंडी बोर्ड (Punjab Mandi Board) ने कोविड सम्बन्धी सुरक्षा उपायों की सख्ती से पालना के लिए अपने 5600 अधिकारियों व कर्मचारियों को 10,000 मास्क (एन-95) और सैनिटाइजर की 10,000 बोतलें मुहैया कराई हैं. जिससे किसानों, मजदूरों, आढ़तियों और खरीद एजेंसियों के कर्मचारियों की कोविड से सुरक्षा की जा सके. इसके अलावा मंडी बोर्ड ने खरीद केन्द्रों पर अपनी फसल लेकर पहुंचने वाले किसानों के लिये एक लाख मास्क और 35,000 लीटर सैनिटाइजर का भी इंतजाम किया है.
गेंहू खरीददारी के लिए पुख्ता तैयारियां
पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन लाल सिंह (Chairman Punjab Mandi Board Lal Singh) ने बताया कि मंडी बोर्ड ने महामारी के कठिन समय के दौरान गेहूं की खरीद के चुनौतीपूर्ण कार्य के लिए पुख्ता तैयारियां की हैं. कोरोना वायरस को मात देने के लिए खरीद कामों से जुड़े सभी पक्षों को कोविड के सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील करते हुये उन्होंने कहा है कि पंजाब सरकार जहां मंडियों में से गेहूं के एक-एक दाने को खरीदने के लिए वचनबद्ध है, वहीं किसानों, मजदूरों, आढ़तियों और खरीद एजेंसियों के मुलाजिमों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगी. उन्होंने कहा कि मंडी बोर्ड के कर्मचारियों की तरफ से साल 2021-22 के रबी मंडीकरण सीजन के लिए खरीद कार्य सुचारू बनाने के लिए उचित बंदोबस्त करने के लिए दिन-रात काम किया जा रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू (Health Minister Mr. Balbir Singh Sidhu) ने बताया कि कोरोना वायरस अलग -अलग सतहों पर अलग-अलग समय के लिए जीवित रहता है. यह रासायनिक कीटनाशकों के साथ आसानी के साथ अक्रियाशील हो जाता है. इस तरह महामारी को नियंत्रित करने के लिए कोरोना वायरस संबंधी सही जानकारी और ज्ञान महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि गेहूं की खरीद और मंडीकरण के दौरान कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए राज्य सरकार की तरफ से जारी दिशा-निर्देशों की सख्ती से पालना को सुनिश्चित करना जरूरी है.