पलूशन से निजात नहीं, आज स्थिति और हो सकती है खराब
नई दिल्ली
दिल्ली-एनसीआर में दिवाली की रात से जारी पलूशन का स्तर अभी भी खतरनाक बना हुआ है। राजधानीवासियों का पलूशन के कारण सांस फूल रही है। विशेषज्ञों की मानें तो आने वाले कुछ दिनों तक हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार होने वाला नहीं है। शनिवार को भी पलूशन के खतरनाक स्तर पर बने रहने की आशंका है। शनिवार को पीएम 2.5 का स्तर 407 (गंभीर) दर्ज किया गया जबकि पीएम10 का स्तर 277 (मध्यम) दर्ज किया गया। शुरू में ऐसा पूर्वानुमान जताया गया था तेज हवा के कारण दिवाली के बाद का प्रदूषण साफ हो जाएगा, लेकिन हवा की रफ्तार धीमी रही जिससे शुक्रवार को राजधानी स्मॉग की चपेट में नजर आया।
पंजाब हरियाणा में पराली जलाए जाना जहां जारी है वहीं एसएएफएआर ने अपनी मौसम की भविष्यवाणी में कहा था कि तेज हवा क्षेत्र की तरफ बढ़ रहा है। शुक्रवार को तेज हवा का झोंका राजधानी से प्रदूषकों को उड़ा ले जाएगा।
सेंट्रल पलूशन कंट्रोल बोर्ड के नेतृत्व वाली टास्क फोर्स शनिवार को फैसला करेगा कि दिल्ली में प्रदूषण रोधी उपाय जारी रहेंगे या फिर वायु प्रदूषण के हालात से निपटने के लिए कठोर कदम उठाने हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त एनवायरमेंट पलूशन (कंट्रोल ऐंड प्रीवेंशन) अथॉरिटी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। ईपीसीए ने 1-10 नवंबर को प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी की आशंका व्यक्त करते हुए 1-10 नवंबर को कंस्ट्रक्शन के काम पर रोक लगा दी है। इसके तहत 4-10 तक कोयला और बायोमास आधारित उद्योग बंद रहेंगे। उधर, ईपीसीए ने 8-10 नवंबर को दिल्ली में ट्रकों की एंट्री भी बंद कर दी है। सीपीसीबी के नेतृत्व वाली टास्क फोर्स ने इन उपायों की घोषणा की थी।
सीएसई की डायरेक्टर जनरल और ईपीसीए सदस्य सुनीता नारायण ने कहा, 'हमने टास्क फोर्स से उठाए गए उपायों पर सुझाव देने को कहा है। टास्क फोर्स की शनिवार को बैठक होगी।' उन्होंने कहा, 'शनिवार से वायु की गुणवत्ता में और गिरावट की आशंका है। ऐसे संकेत मिले हैं कि पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने में तेजी आई है और उन स्थानों की हवा की दिशा दिल्ली की तरफ है।'