प्रधान पद के प्रत्याशी विजेंद्र यादव की गोली मारकर हत्या

वाराणसी
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बिगुल उत्तर प्रदेश में बज चुका है तो वहीं, पुरानी रंजिशे भी दोबारा से ताजा होने लगी है। ताजा मामला यूपी के वाराणसी जिले का है, यहां ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशी विजेंद्र यादव उर्फ पप्पू (45) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। विजेंद्र यादव की हत्या के बाद ग्रामीणों का जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। तो वहीं, पुलिस चुनावी और निजी रंजिश के साथ ही जमीन विवाद को मानकर तफ्तीश में जुट गई है। ये वारदात वाराणसी जिले के बड़ागांव थाना क्षेत्र की है। विजेंद्र यादव उर्फ पप्पू (45) इंदरपुर गांव के रहने वाले थे और पूर्व प्रधान थे। विजेंद्र यादव एक बार फिर से पंचायत चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे थे। प्राप्त समाचार के मुताबिक, शनिवार (10 अप्रैल) की देर रात विजेंद्र यादव बड़ागांव से वापस अपने घर लौट रहे थे।
तभी सैरा गांव के पास पहले से घात लगा कर बैठे बदमाशों ने गोली मार दी और मौका-ए-वारदात से फरार हो गए। गोली चलने की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पहुंचे और खून से लथपथ विजेंद्र को काजीसराय और मलदहिया स्थित निजी हॉस्पिटल होते हुए बीएचयू ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वारदात को लेकर परिजनों के साथ ही ग्रामीणों में गांव से लेकर बीएचयू ट्रॉमा सेंटर तक जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। परिजनों के अनुसार, विजेंद्र के सीने पर सात गोली मारी गई है। वहीं डॉक्टरों के मुताबिक, गोलियों के बारे में सही तरीके से पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ही स्पष्ट हो सकेगा। उधर, वारदात की सूचना पाकर बीएचयू ट्रॉमा सेंटर पहुंचे एसपी ग्रामीण अमित वर्मा ने बताया कि शव बीएचयू मोर्चरी में रखवाया गया है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी कि कितनी गोली मारी गई है। बदमाशों की धरपकड़ के लिए पुलिस की तीन टीम लगाई गई है।
बताया कि पुलिस मौके से सात खोखा बरामद कर वारदात के संबंध में क्षेत्र के संदिग्ध गतिविधियों वाले चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। कहा कि मृतक विजेंद्र यादव बड़ागांव थाने का हिस्ट्रीशीटर था। 15 साल पहले चुने गए थे निर्विरोध ग्राम प्रधान बड़ागांव थाना अंतर्गत इंदरपुर गांव निवासी विजेंद्र यादव 15 साल पहले निर्विरोध ग्राम प्रधान चुने गए थे। बीते 10 साल से उनकी पत्नी ममता यादव इंदरपुर गांव की प्रधान थी। विजेंद्र समाजवादी पार्टी से भी जुड़े हुए थे। इस बार विजेंद्र यादव ने फिर ग्राम प्रधान पद के चुनाव के लिए नामांकन किया था।