फिर सुर्खियों में दिग्विजय, अब सोनिया गांधी को लिखा लेटर हो गया वायरल, गर्माई राजनीति
भोपाल
मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को होने वाले चुनाव से पहले दिग्विजय सिंह फिर सुर्खियों में आ गए हैं। कांग्रेस पार्टी से दरकिनार चल रहे पूर्व मुख्यमंत्री का वीडियो वायरल होने के बाद अब उनका एक पत्र वायरल हो गया है। इस पत्र में उनके हस्ताक्षर के साथ लिखा गया है कि टिकट बंटवारे को लेकर धंधा चल रहा है। उन्होंने अपने 57 उम्मीदवारों का जिक्र करते हुए उन्हें पार्टी का अच्छा कार्यकर्ता बताया है। यह भी उस पत्र में कहा गया है कि यह लोग पार्टी में कई सालों से मेहनत कर रहे हैं।
नर्मदा यात्रा का किया जिक्र
कथित वायरल पत्र में दिग्विजय सिंह ने प्रत्याशियों की चयन प्रक्रिया का मुद्दा उठाकर अपनी ही पार्टी को घेरने की कोशिश की है। इसमें नर्मदा परिक्रमा का जिक्र भी किया कि वे इतने समय पार्टी से अलग रहे।
और क्या है पत्र में
यह पत्र दिग्विजय सिंह के नाम से जारी हुआ है और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के लेटहेड पर जारी हुआ है। इसमें दिग्विजय सिंह की साइन बनाई गई है।
-कथित पत्र में लिखा गया है कि इस पत्र के साथ 57 प्रबल दावेदारों के नाम पहुंचा रहा हूं। यह लोग सालों से पार्टी के साथ जुड़े हैं और मध्यप्रदेश कांग्रेस के अंदर बने किसी गुट से नाता नहीं रखते हैं। इन्होंने सालों से केवल पार्टी के हित में ही काम किया है और आगे भी करेंगे। शसायद यही वजह है कि उन्हें मौका न दिया जाने का डर खा रहा है। मेरा आपसे अनुरोध है कि विगत 3-4 चुनावों की तरह बाहर से आए अन्य पार्टियों के नेताओं की जगह हम इस बार पार्टी और हमारी विचारधारा से जुड़े पुराने लोगों को आगे आने का मौका दें
दिग्विजय सिंह ने पत्र को बताया फ्राड
इधर, दिग्विजय सिंह के नाम से सोनिया गांधी को लिखे गए पत्र पर राजनीति गर्माने के बाद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि यह पत्र फ्राड है मैंने ऐसा कोई पत्र नहीं लिखा है। यह पत्र सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस पत्र के बाद से मध्यप्रदेश कांग्रेस में हड़कंप मचा हुआ है।
वीडियो भी हुआ था वायरल
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री का एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें वे अपने समर्थकों के साथ चर्चा कर रहे थे कि पार्टी के किसी कार्यक्रम में नहीं जाता। मेरे जाने से कांग्रेस के वोट कट जाते हैं। इसके बाद कांग्रेस में भूचाल आ गया था। हालांकि इसके बाद दिग्विजय ने अपनी सफाई में कहा था कि ऐसी लोगों की राय है।