फिल्टर होने के बाद महाकाल को अर्पित होगा कावड़ियों का जल
उज्जैन
श्रावण मास में देशभर से कावड़ लेकर आने वाले कावड़ियों का जल प्लांट में फिल्टर होने के बाद बाबा महाकाल को अर्पित होगा। इसके लिए मदिर समिति फिल्टर प्लांट व 5 नए जल पात्र लगाएगी। सोमवार को नई दिल्ली के भक्त विनोद व्यास ने मंदिर समिति को एक फिल्टर प्लांट तथा 5 चांदी के जलपात्र दान दिए हैं। योजना के अनुसार कावड़ यात्री जल पात्रों में जल, दूध व पंचामृत डालेंगे। विशेष पाइप के जरिए यह सामग्री फिल्टर प्लांट में पहुंचेगी।
शुद्ध होने के बाद यह जल द्वार के समीप लगे पाइप से होकर गर्भगृह में बाबा महाकाल के शीष के ऊपर लगे चांदी के पात्र में पहुंचने के बाद भगवान को अर्पित होगी। गौरतलब है कि सुप्रीप कोर्ट द्वारा गठित एक्सपर्ट कमेटी ने भगवान के अभिषेक-पूजन में शुद्ध सामग्री उपयोग करने की सलाह दी थी। इसके बाद मंदिर समिति ने आरओ जल से भगवान के अभिषेक की व्यवस्था शुरू की थी। अब कावड़ यात्रियों द्वारा कावड़ में भरकर लाए जाने वाले देश की विभिन्न् नदियों के जल को भी शुद्ध करने की तैयारी की गई है।
श्रावण महोत्सव में पहली बार 'कला संवाद विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 29 जुलाई से शुरू होने वाले श्रावण महोत्सव में पहली बार 'कला संवाद का आयोजन होगा। महोत्सव में प्रस्तुति देने आने वाले अंतरराष्ट्रीय ख्याती प्राप्त कलाकार शहर के युवा कलाकारों को संबंधित विद्या के गुर सिखाएंगे।
नृत्य गुरु सुदर्शन आयाचित ने बताया बीते दो सालों से स्थानीय कलाकार श्रावण महोत्सव में सहभागिता कर रहे हैं। तात्कालिक महोत्सव प्रभारी उप प्रशासक प्रीति चौहान ने शहर के कलाकारों को इस महत्वपूर्ण आयोजन से जोड़ा था। इस बार भी कलेक्टर मनीषसिंह ने कलाकारों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। कलाकारों ने कलेक्टर को महोत्सव में प्रस्तुति देने आले वाले अंतरराष्ट्रीय ख्याती प्राप्त कलाकारों से शहर के नवोदित कलाकारों से मिलवाने के लिए कला संवाद कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बताई। इस पर कलेक्टर ने स्वीकृति प्रदान कर दी है।
जिज्ञासाओं का करेंगे समाधान
योजना के तहत श्रावण महोत्सव की छह शामों में जिस विद्या के कलाकार प्रस्तुति देने आएंगे, उस विद्या से संबंधित स्थानीय कलाकारों को उनसे मिलवाया जाएगा। कलाकार उनसे बाचचीत करेंगे तथा अपनी जिज्ञासाओं का समाधान कर सकेंगे। आयोजन दिन में होगा।
मंदिर के बाहर लगी स्क्रीन पर होगा प्रसारण
श्रावण महोत्सव का लाइव प्रसाद मंदिर की वेबसाइट के साथ मंदिर के बाहर, फैसिलिटी सेंटर तथा हरसिद्धि धर्मशाला पर लगी बड़ी स्क्रीन पर भी होगा। श्रावण मास में देश-विदेश से आने वाले कलाकार भगवान महाकाल के लाईव दर्शन के साथ बीचबीच में अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की प्रस्तुतियां भी देख सकेंगे।
महाकाल को अर्पित किया 66 हजार का नागमणि त्रिपुंड
महाकाल मंदिर में सोमवार को हैदराबाद की श्रद्धालु अर्मिला राजकुमार ने सोनेचांदी से निर्मित नागमणि त्रिपुंड अर्पित किया। सहायक प्रशासनिक अधिकारी दिलीप गरूढ़ ने बताया 240 ग्राम चांदी तथा 1 ग्राम 300 मिली ग्राम सोने से निर्मित त्रिपुंड की कीमत 66 हजार 435 रुपए है। महापर्वों के समय भगवान के विशेष शृंगार में इसका उपयोग होगा।