बालाकोट: 'पाकिस्तान में घुसने को तैयार थी सेना'

नई दिल्ली
बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद भारतीय सेना पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह के युद्ध के लिए तैयार थी। इतना ही नहीं, वह युद्ध को पाकिस्तान की जमीन पर लड़ने के लिए तैयार थी। समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से यह बात कही है। सेना से जुड़े एक महत्वपूर्ण सूत्र का कहना है कि बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने बेहद साफ तौर पर सरकार को बता दिया था कि उनकी सेना पाकिस्तान के किसी भी जमीनी हमले से निपटने और युद्ध को दुश्मन की जमीन पर ले जाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि भारतीय सेना पाकिस्तान के साथ परंपरागत युद्ध के लिए तैयार थी और इसमें पाकिस्तान की सीमा के भीतर जाना भी शामिल था। पुलवामा आतंकी हमले के बाद सरकार जब हवाई हमले करने समेत विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रही थी तब सेना प्रमुख ने सरकार को अपने बल की तैयारियों के बारे में बताया था।
आर्मी चीफ ने सेना के रिटायर होने वाले ऑफिसर से एक बंद कमरे में कहा कि बालाकोट स्ट्राइक के बाद सेना पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह के युद्ध के लिए तैयार थी। जनरल बिपिन रावत के बयान पर सफाई देते हुए एक सैन्य अधिकारी ने कहा कि आर्मी चीफ के बयान का मतलब यह था कि भारतीय सेना युद्ध को पाकिस्तान के क्षेत्र में ले जाने के लिए पूरी तरह तैयार थी।
एक टॉप सोर्स ने बताया कि उरी हमले के बाद भारतीय सेना ने करीब 11 हजार करोड़ रुपये की हथियार खरीद को मंजूरी दे दी थी और इसका 95 प्रतिशत हिस्सा प्राप्त भी किया जा चुका है। जरूरी हथियारों की खरीद के लिए 7 हजार करोड़ की लागत के 33 कॉन्ट्रैक्ट फाइनल हो चुके हैं जबकि करीब 9 हजार करोड़ रुपये की एक अतिरिक्त खरीद अपनी अडवांस्ड स्टेज पर है।
आपको बता दें कि भारतीय वायुसेना ने पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में बालाकोट में घुसकर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप को तबाह कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई के तौर पर भारतीय ठिकानों को निशाने पर लेने की कोशिश की थी, हालांकि भारतीय वायुसेना ने पाक की इस हरकत का माकूल जवाब दिया।