बाढ़ का खतरा: बारिश से उत्तर बिहार के कई जिलों में हालात बिगड़े

बाढ़ का खतरा: बारिश से उत्तर बिहार के कई जिलों में हालात बिगड़े

पटना                             
बिहार के साथ नेपाल में भी भारी वर्षा के कारण शनिवार को उत्तर बिहार में बाढ़ के खतरे बढ़ गए हैं। हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। बागमती नदी ने उच्चतम जलस्तर का नया रिकॉर्ड बना दिया है। उधर, मधुबनी के जयनगर में कमला बराज के ऊपर से पानी बह रहा है। आसपास के गांवों में भी पानी घुस गया है। बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीम भेजी गई है। कई रेलखंडों पर ट्रैक धंस जाने से ट्रेनों का परिचालन बाधित हुआ है। 

बागमती नदी ने शनिवार को उच्चतम जलस्तर का नया रिकॉर्ड बनाया। कोसी का डिस्चार्ज भी गत वर्ष के अधिकतम को छू गया, जबकि गंडक का डिस्चार्ज गत वर्ष के अधिकतम स्तर को पार कर गया। खास बात यह है कि नेपाल से निकलने वाली सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में रविवार को भी वर्षा की संभावना है, लिहजा इन नदियों के जलस्तर में अभी और वृद्धि की आशंका जताई जा रही है। 

बिहार के साथ नेपाल में भी हुई भारी वर्षा के कारण बागमती, कमला बलान, भुतही बलान, अधवारा और महानंदा लाल निशान के ऊपर बह रही हैं। बागमती का उच्चतम बाढ़ स्तर सीतामढ़ी के ढेंग में 72.60 मीटर है। उस स्थल पर नदी का जलस्तर शनिवार को 73 मीटर पहुंच गया, जो खतरे के निशान से दो मीटर 90 सेमी ऊपर है। उसी जिले के सोनखान में नदी का उच्चतम स्तर 70.77 मीटर है और वहां इसका जलस्तर 72.05 मीटर पहुंच गया, जो वहां के खतरे के निशान से एक मीटर 31 सीमी ऊपर है। 

कोसी का डिस्चार्ज वीरपुर बराज के पास 2.74 लाख घनसेक पहुंच गया जो गत वर्ष के बाढ़ के समय अधिकतम डिस्चार्ज के बराबर है। गंडक नदी का डिस्चार्ज बाल्मीकिनगर बराज के पास 1.94 लाख घनसेक पहुंचा है जो गत वर्ष के अधिकतम 1.89 लाख घनसेक से अधिक है। 

उधर, कमलाबलान नदी भी झंझारपुर रेलपुल के पास खतरे के निशान से लगभग दो मीटर 60 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। जयनगर में भी इस नदी का जलस्तर लाल निशान से लगभग दो मीटर ऊपर है। भुतही बलान मधुबनी जिले में बायें तटबंध के पास खतरे के निशान से एक मीटर 22 सेंमी ऊपर है। अधवरा सीतामढ़ी के सोनवर्षा और सुन्दरपुर में खतरे के निशान से एक मीटर ज्यादा ऊपर है, लेकिन उसी जिले के पुपरी में इसका जलस्तर लगभग लाल निशान से साढ़े चार मीटर नीचे है। महानंदा भी पूर्णिया और कटिहार दोनों जिलों में लाल निशान से ऊपर है। राज्य की अन्य प्रमुख नदी गांगा अभी खतरे के निशान से नीचे है। पुनपुन और सोन के अलावा उत्तर बिहार की बूढ़ी गंडक भी अभी अपनी सीमा में बह रही है।