बिहार में 13 हजार स्वास्थ्य कर्मियों की होगी बहाली
पटना
राज्य के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति निजी एजेंसी के माध्यम से की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने निचले स्तर पर स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति निजी एचआर (ह्यूमन रिसोर्स) एजेंसी के माध्यम से कराने का निर्णय लिया है।
यह एजेंसी प्रबंधन के स्तर के पदों पर नहीं बल्कि सेवा प्रदाता कार्यो में कर्मियों की बहाली में राज्य स्वास्थ्य समिति को सहयोग करेगी। राज्य स्वास्थ्य समिति का मानना है कि सरकारी अस्पतालों में अत्याधुनिक मशीनों का संचालन और स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास बिना मानव संसाधन के सुचारु रूप से करना मुश्किल होगा।
विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि निजी एचआर एजेंसी द्वारा कर्मियों की रिक्तियों को विज्ञापित किया जाएगा। आवेदन पत्र आमंत्रित कर उसकी स्क्रूटिनी होगी। इसके बाद अभ्यर्थियों की योग्यता व क्षमता की जांच के लिए लिखित एवं मौखिक परीक्षाएं आमंत्रित की जाएगी। एजेंसी द्वारा सफल अभ्यर्थियों की मेरिट लिस्ट तैयार कर चयन की रोस्टरवार अनुशंसा की जाएगी। अंतिम रूप से अभ्यर्थियों की योग्यता की परख व प्रमाण पत्रों की जांचकर सक्षम नियुक्ति पदाधिकारी द्वारा बहाली की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
सेवा प्रदान करने वाले कर्मियों में शामिल नर्स, एएनएम, फिजियोथेरेपिस्ट सहित अन्य पदों पर करीब 13 हजार कर्मियों की नियुक्ति की जानी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रबंधन कार्यक्रम के तहत करीब 30 हजार पद स्वीकृत है। इनमें 16 हजार पदों पर वर्तमान में स्वास्थ्य कर्मी तैनात हैं। इन पदों के लिए जिलों से रोस्टर क्लीयरेंस की कार्रवाई की जा रही है।
जानकारी के अनुसार राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा ‘मेडि ट्रैक’ एचआर एजेंसी का चयन किया गया है। इसकी मदद से राज्यस्तर पर स्वास्थ्य कर्मियों के प्रमुख पदों को दिसंबर तक भरने की कोशिश की जाएगी। सूत्रों की मानें तो नए सृजित पदों के रोस्टर क्लीयरेंस में परेशानी नहीं है। विभाग का मानना है कि जिला स्वास्थ्य समिति एवं राज्य स्वास्थ्य समिति के माध्यम से पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया पूरा करने में काफी समय लगता है। इसलिए सभी महत्वपूर्ण पदों पर कर्मियों की नियुक्ति आउटसोर्सिंग के माध्यम से की जाएगी।
अस्पतालों में स्वास्थ्यकर्मियों के खाली पदों पर जल्द बहाली की प्रक्रिया शुरू होगी, इसके लिए निजी एचआर एजेंसी का सहयोग लिया जाएगा।
- मनोज कुमार, अपर सचिव, स्वास्थ्य विभाग सह कार्यपालक निदेशक