बीच रास्ते में रोकी सहायक आयुक्त की कार, तो मिले 1.60 लाख

बीच रास्ते में रोकी सहायक आयुक्त की कार, तो मिले 1.60 लाख

खरगोन
 किशनगंज पुलिस ने गुरुवार रात पिगडंबर (महू-इंदौर के बीच) फोर लेन टोल नाके पर जनजाति कार्य विभाग की सहायक आयुक्त शकुंतला डामोर की कार रोकी। वे अपनी कार (एमपी 10 सीए 4610) में खरगोन से इंदौर की ओर आ रही थीं। किशनगंज टीआई करणीसिंह शक्तावत ने डामोर की गाड़ी रुकवाई। उसमें एक लाख 60 हजार की रकम बरामद हुई।


लोकायुक्त एसपी दिलीप सोनी ने बताया कि डामोर इस रकम का हिसाब नहीं दे पाईं। अधिकारी की जानकारी में यह रकम संदिग्ध नजर आई जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने लोकायुक्त को जानकारी दी। बताया जाता है कि लोकायुक्त ने पहले ही स्थानीय पुलिस को इसकी खबर दे दी थी। एसपी सोनी ने डामोर से काफी देर तक एक बंद कमरे में पूछताछ की। रात करीब 10.30 बजे वे उन्हें इंदौर लोकायुक्त के दफ्तर ले गए।


बंगले पर पहुंची लोकायुक्त टीम

उधर, खरगोन में डामोर के कलेक्टोरेट परिसर स्थित बंगले पर गुरुवार रात लोकायुक्त इंदौर की टीम अचानक पहुंची। उस वक्त डामोर बंगले पर नहीं थीं। वहां ताला लगा था। इस दौरान टीम के साथ पुलिस जवान भी थे। शुरुआत में टीम के अधिकारियों ने कुछ भी कहने से मना किया। उन्होंने कहा कि यह एडवांस टीम है। डामोर के लौटने पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि डामोर बाजना (रतलाम) की निवासी हैं। उनके पति मानसिंह डामोर सैलाना (रतलाम) में लेक्चरर हैं। लोकायुक्त इंदौर डीएसपी प्रवीण बघेल के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम सहायक आयुक्त के घर बाहर तैनात रही।