बीजेपी-कांग्रेस के प्रत्याशियों को लौटा रहे वोटर

ग्वालियर
चुनाव का समय नजदीक आने के साथ एट्रोसिटी एक्ट का विरोध एक बार फिर मुखर होने लगा है। इस एक्ट का विरोध कर रहे लोगों द्वारा वोट मांगने के लिए गांवों में पहुंचने वाले भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों को बैरंग लौटा रहे हैं। खासतौर पर बीजेपी के उम्मीदवारों को ज्यादा विरोध झेलना पड़ रहा है। चंबल और ग्वालियर रीजन में एससी सीटों पर 6 प्रत्याशी बदले जाने के बाद भी लोगों का विरोध सामने आ रहा है।
रीवा जिले के सिरमौर विधायक और भाजपा प्रत्याशी कल अतरैला गांव पहुंचे थे जहां के लोगों ने उन्हें और समर्थकों को यह कहकर लौटा दिया कि यह सवर्णों का गांव है। यहां से वापस लौट जाएं। गांव वालों ने यहां नारेबाजी भी की। इसी तरह की स्थिति का सामना दो दिन पहले सतना विधायक शंकरलाल तिवारी को शहरी इलाके में जनसंपर्क के दौरान करना पड़ा था और नारेबाजी व विरोध के चलते उन्हें क्षेत्र में अपना जनसंपर्क रोकने पर मजबूर होना पड़ा था। रीवा में भी मंत्री राजेंद्र शुक्ला को इसी तरह के विरोध का सामना करना पड़ा है।
एट्रोसिटी एक्ट के विरोध का यह असर चंबल और ग्वालियर रीजन में भी है। यहां अम्बाह से प्रत्याशी गब्बर सकरवार जनसंपर्क के लिए पहुंचे थे। बताया जाता है कि धर्मगढ़ गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों ने गब्बर और उनके समर्थको को खदेड़ कर गांव से बाहर निकलने पर मजबूर कर दिया। वे कांग्रेस व भाजपा के बजाय नेहा किन्नर को वोट देने का नारा लगा रहे थे। गौरतलब है कि एट्रोसिटी एक्ट का इस इलाके में इतना विरोध है कि लोगों ने कांग्रेस व भाजपा के बजाय नेहा किन्नर को निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर खड़ा किया है।
एससीएसटी वर्ग के लोगों द्वारा 2 अप्रेल को कराए गए बंद के दौरान ग्वालियर चंबल रीजन में सबसे अधिक हिंसा और विवाद की स्थिति बनी थी। इसके बाद भाजपा को यह फीडबैक मिला था कि यहां के एससीएसटी वर्ग के लोगों के समर्थन में विधायक खुलकर साथ देने नहीं आए थे। ऐसे में पार्टी ने वोटबैंक बनाए रखने के लिए दोनों ही संभागों की सात में से 6 सीटों के प्रत्याशी बदल दिए हैं। सिर्फ मंत्री लाल सिंह आर्य गोहद सीट से रिपीट हुए हैं।
गुना में पन्नालाल शाक्य के बजाय इस बार गोपीलाल जाटव, करैरा में ओमप्रकाश खटिक की जगह राजकुमार खटिक, अम्बाह में बंशीलाल जाटव के स्थान पर गब्बर सकरवार, डबरा में सुरेश राजे के स्थान पर कप्तान सिंह सहसारी, भांडेर में घनश्याम पिरोनिया के बजाय रजनी प्रजापति और अशोकनगर में गोपीलाल जाटव के स्थान पर लड्डूराम कोरी को टिकट मिला है पर इनका भी विरोध ग्रामीण कर रहे हैं।