भाजपा राज समाप्ति की संतुष्टि के सामने मेरी हार बहुत छोटी: अजय सिंह 

भाजपा राज समाप्ति की संतुष्टि के सामने मेरी हार बहुत छोटी: अजय सिंह 

भोपाल

विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि प्रदेश में 15 साल के भाजपा-राज को समाप्त करने में, एक सहयोगी बनने में जो संतुष्टि मुझे मिली है उसके सामने मेरी हार बहुत छोटी प्रतीत हो रही है। कांग्रेस के 5 विधायकों ने अजय सिंह को उपचुनाव लड़ाने के लिए अपने पद से इस्तीफ़ा देने की पेशकश की है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और चाचौड़ा से निर्वाचित विधायक लक्ष्मण सिंह, बुरहानपुर से निर्वाचित विधायक सुरेन्द्र सिंह, चित्रकूट के विधायक नीलांशु चतुर्वेदी, छतरपुर के विधायक अलोक चतुर्वेदी तथा गाडरवारा की विधायक सुनीता पटेल ने अजय सिंह के लिए अपनी सीट खाली करने की पेशकश की है। वहीं अजय सिंह का कहना है कि आलाकमान उनकी जो भी भूमिका तय करेगा, उसे मानने के लिए वह तैयार है। 

उल्लेखनीय है की 1967 के विधानसभा चुनावों में चुरहट से अर्जुन सिंह को चंद्रप्रताप तिवारी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। वहीं इस बार चंद्रप्रताप तिवारी के पोते शरदेंदु तिवारी के हाथों चुरहट से ही अजय सिंह को हार का सामना करना पड़ा है। उस समय अर्जुन सिंह की हार के बाद उमरिया से तत्कालीन विधायक रणविजय प्रताप सिंह विधायक ने अपनी सीट खाली की थी और उपचुनावों में अर्जुन सिंह चुनाव जीतकर विधानसभा आए।

जिसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री पंडित द्वारिका प्रसाद मिश्र ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया था। विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के प्रदर्शन पर बोलते हुए अजय सिंह ने कहा कि चुनावी नतीजे आने के बाद कांग्रेस पार्टी की विजय से आज पूरे प्रदेश में जो उत्साह एवं ख़ुशी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और प्रदेश की जनता के सामने है उसके सामने मेरी व्यक्तिगत हार बहुत छोटी है। मैंने लगातार निष्ठा के साथ भाजपा सरकार के कुशासन, भ्रष्टाचार और अनाचार के खिलाफ सदन से सड़क तक संघर्ष करते हुए प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत किया है।