महिला टीम के कोच पद के लिए गुरुवार को कर्स्टन, गिब्स और पोवार का इंटरव्यू

मुंबई
भारतीय महिला क्रिकेट टीम के नए कोच की नियुक्ति के लिए गुरुवार को यहां बीसीसीआई का चयन पैनल इंटरव्यू लेगा जिसमें गैरी कर्स्टन, हर्शल गिब्स और रमेश पोवार सहित अन्य दावेदार हिस्सा लेंगे। इस पद के लिए 28 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था और जिन दावेदारों को इंटरव्यू के लिए छांटा गया है उनमें कर्स्टन, गिब्स और पोवार के अलावा डब्ल्यूवी रमन, वेंकटेश प्रसाद, मनोज प्रभाकर, ट्रेंट जॉनस्टन, दिमित्री मास्करेंहास और ब्रैड हॉज शामिल हैं।
Kapil Dev, Anshuman Gaekwad and Shantha Rangaswamy have been named on the panel to decide the next head coach of Indian Women Cricket Team ☑@therealkapildev#KapilDev #AnshumanGaekwad #ShanthaRangaswamy #BCCIWomen
— Indian Women Cricket ?? (@BCCI_Women) December 11, 2018
इन नामी दावेदारों का इंटरव्यू तदर्थ समिति लेगी जिसमें पूर्व भारतीय खिलाड़ियों कपिल देव, अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी को शामिल किया गया है। पता चला है कि अधिकांश विदेशी खिलाड़ी स्काइप के जरिए अपना प्रस्तुतिकरण देंगे जबकि पोवार जैसे स्थानीय दावेदार निजी तौर पर पहुंचेंगे। इस बीच खबरें हैं कि मार्क कोल्स ने अपना आवेदन वापस ले लिया है। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया, ‘तदर्थ समिति में प्रतिष्ठित पूर्व खिलाड़ी शामिल हैं। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं कि वे सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार को चुनेंगे।’
सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त सीओए अध्यक्ष विनोद राय और डायना इडुल्जी की समिति कोच चयन प्रक्रिया पर विभाजित है। एडुल्जी चाहती थीं कि पोवार कम से कम अगले महीने होने वाले न्यू जीलैंड दौरे के लिए कोच बने रहें जबकि राय ने बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों को निर्देश दिया था कि वे इस पद के लिए आवेदन आमंत्रित करें। पोवार का अंतरिम कार्यकाल 30 नवंबर को समाप्त हुआ था। वनडे कप्तान और सीनियर खिलाड़ी मिताली राज के साथ चयन मुद्दों को लेकर उनके मतभेद थे जो सुर्खियां बने।
बोर्ड ने अब इंटरव्यू की प्रक्रिया पर आगे बढ़ने का फैसला किया है। टी20 कप्तान हरमनप्रीत कौर और उप कप्तान स्मृति मंधाना के समर्थन के बाद पूर्व भारतीय स्पिनर पोवार ने इस पद के लिए फिर आवेदन करने का फैसला किया। साक्षात्कार से पहले हुए विवाद हालांकि पोवार के खिलाफ जा सकते हैं। पोवार और हरमनप्रीत सहित टीम प्रबंधन के अन्य सदस्यों ने वर्ल्ड टी20 सेमीफाइनल में मिताली को अंतिम एकादश से बाहर रखने का फैसला किया था। भारत सेमीफाइनल में इंग्लैंड से 8 विकेट से हार गया था।
वेस्ट इंडीज से लौटने के बाद मिताली ने पोवार और एडुल्जी पर उनके करियर को बर्बाद करने और भेदभाव करने का आरोप लगाया था। पोवार ने आरोप लगाया था कि सलामी बल्लेबाज की भूमिका नहीं देने पर मिताली ने विश्व टी20 के बीच में संन्यास लेने की धमकी दी और टीम में अराजकता फैलाई।