मानसून की आगोश में आधा देश: झारखंड में सूखे का खतरा, तो उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट

मानसून की आगोश में आधा देश: झारखंड में सूखे का खतरा, तो उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट

 मुंबई  
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि मानसून ने देश के करीब आधे हिस्से को अपनी आगोश में ले लिया है। सोमवार को आईएमडी ने दावा किया कि देश के पश्चिमी और मध्य इलाके तक मानसून के पहुंचने के लिहाज से परिस्थितियां पूरी तरह अनुकूल हैं। मानसून फसल की बुआई में जुटे किसानों के लिए मददगार साबित होगा।

अभी तक बारिश होने में देरी के कारण खेती-किसानी का काम पिछड़ रहा था। नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, ‘पिछले तीन दिनों के दौरान मानसून ने लय हासिल कर ली है। इसने समूचे दक्षिणी और पूर्वी भारत को अपने आगोश में ले लिया है। ’ विशेषज्ञों के मुताबिक जल्द ही मानसून की जद में पूरा मध्य प्रदेश और गुजरात होगा। हालांकि एक जून से शुरू होने वाले मानसून सीजन में अब तक सामान्य से 38 फीसदी कम बारिश हुई है।  इस कमी का कारण मनसूनी का देर से पहुंचना है। 

मध्य प्रदेश में झमाझम बारिश
मानसून ने मध्य प्रदेश के पूर्वी और दक्षिणी भागों में सोमवार को दस्तक दे दी। आगामी 48 घंटों में इसके राज्य के अन्य भागों में पहुंचने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक जीडी मिश्रा ने सोमवार को कहा, ‘मानसून मध्य प्रदेश के पूर्वी और दक्षिणी भागों में प्रवेश कर चुका है। इससे मध्य प्रदेश के बालाघाट, मंडला, छिंदवाड़ा और खंडवा जिलों में सोमवार को बारिश हुई। उन्होंने बताया कि अगले 48 घंटे में मानसून के प्रदेश के अन्य भागों में पहुंचने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में मध्य प्रदेश के अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, मालवा, इंदौर,धार,बड़वानी और उज्जैन जिलों में कुछ जगहों पर भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान जताया है। नीमच, शाजापुर, देवास, मंदसौर, खंडवा, खरगौन और बुरहानपुर जिलों में कई स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़ने और तेज हवाएं चलने का अनुमान है।

झारखंड में कम बारिश से सूखे का खतरा बढ़ा
झारखंड में इस साल जून में सामान्य से 55 फीसदी कम बारिश हुई है। राज्य में मानसून के अचानक कमजोर होने से अभी ज्यादा बारिश के आसार भी नहीं हैं। ऐसे में राज्य में सूखे के खतरे की आशंका बढ़ गई है। जानकारी के अनुसार से देर से मानसून आने के कारण पूरे राज्य में एक जून से अब तक केवल 62.7 मिमी बारिश हुई है जबकि राज्य में 30 जून तक 197.5 मिलीमीटर बारिश सामान्य रूप से होती है।

उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी
उत्तराखंड में इस बार पूर्वी दिशा से मानसून आगे बढ़ रहा है जबकि दो दिन पूर्व पश्चिमी दिशा से 'वेस्टर्न डिस्टर्बेंस' (पश्चिमी विक्षोभ) सक्रिय है। ऐसे में राज्य में भारी बारिश होने की संभावना है। राज्य के पर्वतीय इलाकों में बारिश हो रही है। आसमान में दोनों बड़े विक्षोभों की टकराहट से उत्तराखंड को अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तरकाशी, चमोली तथा कुमाऊं क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और चमोली में मध्यम स्तर की बारिश होने की संभावना जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 48 घंटों में देहरादून, टिहरी, चमोली, नैनीताल और पिथौरागढ़ में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की है। दून में सोमवार रात से बारिश होने की संभावना है।