राजधानी में 15 हजार लोगों ने मिलकर बनाया 15 किमी तिरंगे का वर्ल्ड रिकाॅर्ड, ब्रावो इंटरनेशनल अौर चैंपियन बुक में दर्ज

राजधानी में 15 हजार लोगों ने मिलकर बनाया 15 किमी तिरंगे का वर्ल्ड रिकाॅर्ड, ब्रावो इंटरनेशनल अौर चैंपियन बुक में दर्ज

रायपुर
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बीते रविवार को 15 किलोमीटर लंबे तिरंगे के साथ 10 हजार लोगों ने मानव श्रृंखला बनाई. इस दौरान लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया. सभी ने पौधे लगाकर पर्यावरण की रक्षा करने और अन्य लोगों को जागरूक करने का संकल्प लिया. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हुए.

राजनांदगांव के लालबाग थाना अंतर्गत ग्राम बुद्धू भरदा के आश्रित ग्राम कबीराज टोला में नक्सलियों ने बैनर लगाकर 15 अगस्त को तिरंगा नहीं फहराने की चेतावनी दी है. इससे गांव में दहशत का माहौल है. बता दें कि यह पहली बार हुआ है जब नक्सलियों ने स्वतंत्रता दिवस का विरोध किया हो या राष्ट्रीय ध्वज न फहराने का फरमान जारी किया हो.


आमापारा से पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय तक बनाई मानव श्रृंखला

वसुधैव कुटुंबकम फाउंडेशन की तरफ से स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में रविवार को तिरंगा यात्रा आयोजित की गई थी. इसमें 15 किलोमीटर लंबे तिरंगे को करीब 15 हजार लोगों ने हाथों में पकड़कर आमापारा से पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय तक मानव श्रृंखला बनाई. आपको बता दें कि इस कार्यक्रम को चैम्पियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने विश्व कीर्तिमान बताया है. वहीं, दक्षिण अफ्रीका की ब्रावो इंटरनेशनल ने ब्रावो अवॉर्ड से सम्मानित किया है.

दुनिया की सबसे लंबे तिरंगा यात्रा के तौर पर ब्रावो इंटरनेशनल बुक अॉफ वर्ल्ड रिकाॅर्ड अौर चैंपियन बुक अॉफ वर्ल्ड रिकाॅर्ड्स में इसे दर्ज किया गया है।

झांकी में चंद्रयान 2 का किया गया प्रदर्शन

इस दौरान चंद्रयान-2 की झांकी को भी प्रदर्शित किया गया. हाइड्रोलिक्स की मदद से रॉकेट को लॉन्च होता दिखाया गया. नाग मिसाइल और इंडिया गेट की भी झांकी बनाई गई. साइंस कॉलेज के पास बने मंच पर स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी. आयोजन मंडल के डीके शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम की तैयारी पिछले 4 महीने से की जा रही थी, जिसका रविवार को भव्य आयोजन किया गया.

40 शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और अजीत जोगी भी शामिल हुए. कार्यक्रम में 40 शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया. वसुधैव कुटुंबकम फाउंडेशन के रोहित सिंह ने बताया कि सुबह बंगाली समाज के लोगों ने अपनी परंपरा के अनुसार आमानाका चौक में धुनची आरती की. इस दौरान 51 पंडितों ने मंत्रोच्चारण किया था. इसके बाद 10 दिव्यांग व्हीलचेयर के साथ तिरंगा मार्च पास्ट करते हुए आगे बढ़े.