राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में अतिथि बनेंगे दो-दो आदिवासी

भोपाल
राज्य सरकार एक नया प्रयोग करने जा रही है। इस बार प्रदेश के सभी जिलों से दो-दो आदिवासियों को सरकारी खर्च पर राजधानी भोपाल में आयोजित होंने वाले राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल किया जाएगा। अतिविशिष्ट जनों से मुलाकात के अलावा वे भोपाल के प्रमुख दर्शनीय स्थलों का भ्रमण भी करेंगे।
मध्यप्रदेश विकास दर्शन योजना के तहत राज्य सरकार यह कवायद करने जा रही है। प्रदेश के आदिवासी प्रतिनिधियों को अपने स्थानीय स्तर के विकास के साथ-साथ राज्य स्तर पर हुई प्रदेश की प्रगति का अवलोकन कराने के उद्देश्य से आदिवासी प्रतिनिधियों को प्रदेश की राजधानी भोपाल मे गणतंत्र दिवस पर के अवसर पर आमंत्रित कर राजधानी में हुए विकास कार्यक्रमों एवं राजधानी के विशिष्ट राजनेताओं से इन आदिवासीय प्रतिनिधियों की सौजन्य भेंट कराई जाएगी। इसके लिए प्रदेश के सुदुर अंचलों के प्रत्येक जिले से एक पुरुष एवं एक महिला आदिवासी प्रतिनिधि को हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर 25 से 27 जनवरी तक शासकीय खर्च पर भोपाल बुलाया जाएगा। इन प्रतिनिधियों का चयन उनके क्षेत्र में आदिवासी विकास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, जनजातीय कार्य विकास तथा कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियों के आधार पर किया जाएगा।
संबंधित जिले के केक्अर के अनुमोेदन के बाद इन प्रतिनिधियों का चयन कर आयुक्त जनजातीय कार्य विकास विभाग भोपाल को भेजा जाएगा।
भोपाल में 25 से 27 जनवरी के बीच इनकी आवास, भोजन और परिवहन व्यवस्था जनजातीय कार्य विभग करेगा। 26 जनवरी को राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में अतिथि के रुप में इन्हें अवलोकन कराया जाएगा और अतिविशिष्टजनों से मुलाकात कराई जाएगी। भोपाल में भोजपुर, भीमबैठका, सांची, बड़ी झील, इस्लामनगर, ताजुल मसाजिद, भारत भवन, मानव संग्रहालय, जनजातीय संग्रहालय, वोट क्लब का इन्हें भ्रमण भी कराया जाएगा।