रामलीला बंद कराने गई थी पुलिस, गांववालों ने पुलिस को पत्थर मार-मार कर किया बेहाल

रतलाम
रतलाम में बुधवार रात अजीबो-गरीब वाकया हुआ. जिले के ग्रामीण इलाके में रामलीला रुकवाने गई पुलिस पर गांववालों ने अचानक पथराव कर दिया. इस हमले में पुलिसकर्मियों ने जैसे-तैसे भागकर जान बचाई. इस दौरान तीन पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें एक सब इंस्पेक्टर, कॉन्सेटबल और डायल 100 का ड्राइवर शामिल हैं. सूचना मिलते ही आनन-फानन में SDOP और थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और गांववालों को खदेड़ा.
जानकारी के मुताबिक, ये घटना बुधवार रात की है. किसी ने डायल 100 को सूचना दी कि आलोट से 10 किलोमीटर दूर बर्डिया राठौर गांव में रामलीला चल रही है और उसमें करीब 300 लोग मौजूद हैं. चूंकी, इलाके में लॉकडाउन लगा है, इसलिए पुलिस फौरन हरकत में आई और गांव पहुंची. पुलिस ने उनसे रामलीला बंद करने को कहा तो वे नहीं माने और विवाद करने लगे. इसके बाद कुछ गांववालों ने इलाके की लाइट बंद की और उन पर अचानक पथराव कर दिया.
इस हमले सहायक उप निरीक्षक आरसी गौड़, आरक्षक विक्रम चौधरी और डायल 100 का ड्राइवर अशोक चौहान घायल हो गए. घायल पुलिसकर्मी थाने पहुंचे और ग्रामीणों के अचानक किए गए हमले की जानकारी दी. इसके बाद आलोट थाने से पुलिस बल के साथ पहुंचे SDOP और थाना प्रभारी ने बल प्रयोग किया.
गौरतलब है कि, रतलाम में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है. इसलिए वहां लॉकडाउन लगाया गया था. बता दें, प्रदेश भर में 21 अप्रैल को 13107 कोरोना के नए मामले सामने आए. इंदौर में 1781, भोपाल में 1709, जबलपुर में 789, ग्वालियर मे 1219 कोरोना पॉज़िटिव मरीज मिले. 75 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई. मध्य प्रदेश में 82268 एक्टिव मरीज़ों की संख्या हुई. राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच अच्छी खबर है. प्रदेश भर में 9035 मरीज़ स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हुए. इंदौर में 1024, भोपाल 1664, जबलपुर में 437, ग्वालियर में 502 मरीज़ स्वस्थ हुए.