लापरवाही: प्रदेश लौटे ढाई हजार प्रवासी श्रमिक कोरोना पॉजिटिव, ग्रामीण संक्रमण में देवास टॉप पर

लापरवाही: प्रदेश लौटे ढाई हजार प्रवासी श्रमिक कोरोना पॉजिटिव, ग्रामीण संक्रमण में देवास टॉप पर

भोपाल
दूसरे राज्यों से मध्यप्रदेश लौटे नागरिकों को कोरोना पाजिटिव निकलने का सिलसिला ग्रामीण क्षेत्रों में तेज हो गया है। अब तक बालाघाट जिले के ग्रामीण सबसे अधिक संक्रमित थे लेकिन देवास ने बालाघाट को पीछे छोड़ दिया है। पंचायतों में निवास के लिए पहुंचे इन नागरिकों में 2527 प्रवासी श्रमिक कोरोना संक्रमित हैं। उधर गांवों में रहने वाले लोगों के संक्रमित होने का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ने लगा है।

 प्रदेश में 25118 ग्रामीण कोरोना संक्रमित हैं। इनमें से करीब 21987 संक्रमित गांवों के ही रहने वाले हैं। हालांकि इनके सैंपल लेने का काम स्वास्थ्य विभाग अपेक्षा के मुताबिक नहीं कर पा रहा है। इन संक्रमितों में से साढ़े 16 हजार के सैंपल एकत्र करने का काम अभी तक स्वास्थ्य महकमे की टीम नहीं कर पाई है वहीं जिनके सैंपल लिए गए हैं, उनमें से 1700 लोगों की रिपोर्ट अभी पेंडिंग बताई जा रही है।

कोरोना संक्रमितों के ग्रामीण क्षेत्रों की रिपोर्ट के मुताबिक 11121 लोगों को सूखी खांसी आने, 14178 को थकान होने, 6671 को दर्द, 6148 को गले की खरास, 326 को दस्त लगने, 205 को कंजेक्टीवाइटिस (आंख आना), 7497 को सिरदर्द, 909 को स्वाद या गंध न आने और 1414 लोगों को सांस लेने में कठिनाई की शिकायत है। इसके अलावा 435 को सीने में दर्द, 485 को बोलने या चलने में कठिनाई और 88 को हाथ या पैर की उंगलियों का रंग फीका पड़ने के लक्षण हैं।

ग्रामीण इलाकों में बढ़ते कोरोना संक्रमितों की स्थिति का अनुमान इससे भी लगता है कि सिर्फ दो ही जिले भिंड (89) और श्योपुर (74) ऐसे हैं जहां मरीजों की संख्या सौ से कम है। इसके अलावा दौ सौ तक की संख्या वाले जिलों में शहडोल, राजगढ़, भोपाल, आगर मालवा, गुना, मंडला, रीवा, अनूपपुर, बुरहानपुर, अशोकनगर, दमोह, दतिया, हरदा के नाम हैं।