‘विकास संवाद’ कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री ने किया
भोपाल
प्रदेश सरकार का कार्यकाल विकास की यात्रा है। राज्य बीमारू से विकासशील, फिर विकसित बना है। अब इसे समृद्ध बनाने का प्रयास जारी है। सबको बुनियादी आवश्यक सुविधाएं, विकास के समान अवसर और संसाधन उपलब्ध हों, इसकी कोशिश लगातार हो रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बातें शनिवार को ‘हिन्दुस्थान समाचार’ न्यूज एजेंसी द्वारा आयोजित ‘विकास संवाद’ कार्यक्रम में कहीं। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि जब भाजपा मध्यप्रदेश की सत्ता में आई, तो मध्यप्रदेश बीमारू राज्य था। यहां सड़कें तो थीं ही नहीं और जो थीं वह भी मिट्टी हो गई थीं। लोगों ने बसों का सफर करना छोड़ दिया था। अब मामला बिलकुल उल्टा है। विकास की यात्रा ने प्रदेश को बदला है। शानदार सड़कें हैं। 2003 में बिजली उत्पादन 2900 यूनिट था, जो बढ़कर 18364 मेगावॉट हो गया है। आजादी के बाद 2003 तक प्रदेश की सिंचाई क्षमता कुल साढ़े सात लाख हेक्टेयर थी, हमने इसे 40 लाख हेक्टेयर कर लिया है और 80 लाख हेक्टेयर करने का रोडमैप तैयार है। कृषि में पिछले पांच सालों से औसतन 20 प्रतिशत के लगभग वृद्धि दर बनी हुई है, इससे उत्पादन लगभग दोगुना हो गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना में 17 लाख मकान बन रहे हैं। चीन, अमेरिका के संबंधों में तनाव के दृष्टिगत चीन में प्रदेश के सोयाबीन को बाजार उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने उनके द्वारा प्रदेश की सड़कों को अमेरिका से अच्छा बताए जाने पर विपक्ष की आलोचना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अपने देश-प्रदेश पर उन्हें गर्व है। उनके लिए सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां है। गुलाम मानसिकता वाले ही इंग्लैंड, अमेरिका को अच्छा कह सकते हैं। गरीब को संबल देने का प्रयास मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना है। इसके अंतर्गत हर गरीब को रहने की भूमि का टुकड़ा, पक्का मकान, आर्थिक रूप से कमजोर को नि:शुल्क शिक्षा, 60 वर्ष से कम की उम्र में मृत्यु पर दो से चार लाख की अनुग्रह राशि, अंतिम संस्कार के लिए पांच हजार रुपये और गर्भधारण और प्रसूति सहायता के रूप में चार और बारह हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि कोख से लेकर अंतिम संस्कार तक सरकार गरीब के साथ खड़ी है। कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सांसद प्रभात झा, हिन्दुस्थान समाचार के उपाध्यक्ष अरविन्द मार्डीकर, सीईओ समीर कुमार भी उपस्थित थे।
समाचारों की विश्वसनीयता आज सबसे अहम: मंत्री डॉ. मिश्रा
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में जनसंपर्क एवं जल संसाधन मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया और सोशल मीडिया के महत्व पर बात रखते हुए कहा कि सोशल मीडिया बहुत तेज है लेकिन प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की तुलना में उसकी विश्वसनीयता कम होती है। आज सभी समाचार माध्यम द्वारा विश्वसनीयता को कायम रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वाट्सएप ग्रुपों हर व्यक्ति अपना गढ़ रहा है और उसे फैला रहा है। इन समूहों में शामिल अनेक लोग खबरों को पढ़ने और टीवी न्यूज देखने के बिना ही किसी भी स्त्रोत से प्राप्त सूचना को फैला देते हैं। इस तरह की फेक न्यूज से कई बार भ्रम की स्थिति बन रही है। उन्होंने 02 अप्रैल के दलित आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि यह आंदोलन किसी संगठन ने नहीं बुलाया लेकिन फिर भी सोशल मीडिया द्वारा खबरें फैली और भारत बंद हो गया।