शहर में दुकानें-बाजार बंद, बैरिकेडिंग और पूछताछ नहीं होने से खुला-खुला सा दिखा कर्फ्यू

शहर में दुकानें-बाजार बंद, बैरिकेडिंग और पूछताछ नहीं होने से खुला-खुला सा दिखा कर्फ्यू

भोपाल
राजधानी में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए प्रशासन ने पूरे जिले में सोमवार रात 9 बजे से 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक यानी 153 घंटे का कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है। इसमें लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है। लेकिन मंगलवार सुबह शहर के तमाम इलाकों में पुलिस की बेरीकेडिंग में पूछताछ नहीं होने से काफी कुछ खुला-खुला सा कोरोना कर्फ्यू नजर आया। शहर में बाजार और दुकानें ही बंद की गई हंै। ऐसे में सड़कों पर वाहन पहले जैसे ही नजर आए। लोगों को छूट देने के कारण अधिकांश लोग आवागमन करते नजर आए।

प्रशासन ने कोरोना टीका लगाने के लिए लॉकडाउन में छूट दी है। इसका फायदा भी जमकर लोगों ने उठाया। अधिकांश लोग जेब में आधार रख कर सड़कों पर तफरी करते नजर आए। पुलिस के टोकने पर टीका लगाने की बात कह कर वे अपना बचाव कर रहे हैं। हालांकि इस दौरान कई ऐसे लोग भी थे, जो घरों के पास टीका लगाने के लिए गए। ऐसे में कई स्थानों पर गलत बोलने पर लोगों पर लॉकडाउन उल्लंघन के प्रकरण दर्ज कर जुर्माना लगाया जा रहा है।

कोरोना कर्फ्यू के चलते शहर के प्रमुख चौराहों को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। साथ ही शहर के अंदरुनी इलाकों सहित कई आम रास्तों को बेरिकेड्स लगाकर पुलिस ने बंद कर दिया है। इससे आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों को आवागमन में खासी परेशानी हो रही है। बेरिकेड्स होने की वजह से लोगों को कई जगह दो से तीन किलोमीटर दूर घूम कर जाना पड़ रहा है। सुभाष नगर, शहर के अंडरब्रिज, बोर्ड आॅफिस, ज्योति टॉकीज चौराहा, रविशंकर नगर, चार इमली, कोलार, चेतक ब्रिज, अवधपुरी रोड, शाहपुरा, रोहित नगर, होशंगाबाद रोड को वन वे कर दिया। इससे आम जनता में नाराजगी है। इनका कहना है कि पुलिस को रास्ता बंद नहीं करना चाहिए।