रातापानी अभयारण्य में बाघ की संदिग्ध मौत, दोनों पंजे कटे मिले

रातापानी अभयारण्य में बाघ की संदिग्ध मौत, दोनों पंजे कटे मिले

रायसेन/ओबेदुल्लागंज 
टाइगर स्टेट का दर्जा पाने के लिए बाघ संरक्षण पर करोड़ों रुपए खर्च करने के दावे के बाद भी जंगल में बाघ सुरक्षित नहीं है| रायसेन जिले के रातापानी अभयारण्य में एक बार फिर बाघ का शव मिला है, शव मिलने की सूचना पर वन विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुँच गए हैं| बाघ की मौत के पीछे शिकार की आशंका जताई जा रही है| 

जानकारी के मुताबिक, बुधवार सुबह रातापानी अभयारण्य में बाघ का शव मिला है, जिसकी उम्र लगभग आठ साल बताई गई| बाघ के आगे के दोनों पैरो के पंजे कटे हुए हैं, जिसके चलते शिकार की आशंका जताई जा रही है| सूचना मिलते ही वन विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुँच गए हैं, वहीं वन विहार भोपाल के डॉक्टरों की टीम एसटीएफ और डॉग स्कॉट की टीमें भी मौके पर रवाना हो गई है| ओबैदुल्लागंज वन मंडल के बिनेका रेंज का यह पूरा मामला है| बाघ की मौत दो दिन पहले होने की आशंका है| इससे पहले भी यहां बाघ की मौत के मामले सामने आ चुके हैं|