शिवराज सिंह बोले मैं नहीं बनूंगा नेता प्रतिपक्ष, कल होगा फैसला

शिवराज सिंह बोले मैं नहीं बनूंगा नेता प्रतिपक्ष, कल होगा फैसला

भोपाल
 मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद विपक्ष में पहुंची भाजपा ने अब तक अपना नेता नहीं किया है। भाजपा में नेता प्रतिपक्ष की चल रही कवायद के बीच पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कह दिया है कि मैं मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नहीं बनूंगा। मैं दूसरी भूमिका में रहुंगा।

भारतीय जनता पार्टी के संसदीय दल की बैठक के बाद शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को यह बात कही है। संसदीय दल की बैठक बुधवार को दिल्ली में हुई थी। इससे पहले मध्यप्रदेश में नेता प्रतिपक्ष की कवायद के लिए कई नाम चल रहे हैं।

क्या बोले शिवराज
शिवराज ने कहा कि बेकार की बातें हैं, किसी का नाम नहीं चल रहा है। शिवराज ने कहा कि पार्टी तय करेगी नेता प्रतिपक्ष का नाम। मेरा नाम नहीं चल रहा है। पार्टी आलाकमान के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष का नाम गृहमंत्री राजनाथ सिंह और शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को दोपहर में मीडिया के सवालों के जवाब दे रहे थे।

इससे पहले भी शिवराज सिंह मध्यप्रदेश से बाहर किसी भूमिका में जाने के सवाल पर कह चुके हैं कि मैं कहीं नहीं जाउंगा। चौहान ने मीडिया के सवालों पर कहा था कि मैंने मध्य प्रदेश में जन्म लिया है और मध्य प्रदेश में ही मरूंगा। चौहान ने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश में ही पार्टी के लिए काम करता रहूंगा और दिल्ली जाने का कोई विचार नहीं है।
 
शुक्रवार को तय हो जाएगा नाम
भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल की बैठक 6 जनवरी को भोपाल में होगी। इससे पहले नेता प्रतिपक्ष का नाम तय हो जाएगा। क्योंकि मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू 7 जनवरी से शुरू होने वाला है। इसी दिन नए विधायक विधानसभा में शपथ लेंगे। इस दिन प्रोटेम स्पीकर दीपक सक्सेना नवनिर्वाचित शपथ दिलाएंगे।

दिल्ली में बैठकों का दौर जारी
इससे पहले दिल्ली में संसदीय बोर्ड की बैठक में नेता प्रतिपक्ष के चयन पर चर्चा हो चुकी है। चयन के लिए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिसंह और मध्यप्रदेश के प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा शिवराज सिंह ने दिल्ली में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के साथ एक-एक करके सात बैठकों में भाग लिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शसाह, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज और संगठन महामंत्री रामलाल से भी मुलाकात की गई।