सतना बच्चों का अपहरण/हत्या: 6 बदमाश गिरफ्तार, चित्रकूट में नाराज भीड़ हुई उग्र
सतना
चित्रकूट से 12 फरवरी को अगवा किए गए दो जुड़वां भाइयों श्रेयांश और प्रियांश की बदमाशों ने हत्या कर दी। दोनों बच्चों की उम्र महज 6 साल की थी। बच्चों के छुड़ाने के लिए परिजनों ने बीस लाख रुपए की फिरौती भी दी थी, इसके बाद भी बदमाशों ने बच्चों को छोड़ने की जगह उन्हें लोहे की जंजीर से बांधकर यमुना नदी में फेंक दिया।
बच्चों की लाश मिलने के बाद चित्रकूट में नाराज भीड़ उग्र हो गई। यहां पर पुलिस पर पथराव और उनकी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई। नाराज भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैसे के गोले छोड़ने पड़े हैं। बच्चों के अपहरण और हत्या के मामले में अब तक 6 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
शनिवार दोपहर में पुलिस ने इस मामले से जुड़े कुछ लोगों को पकड़ लिया था। पूछताछ में पता चला कि आरोपियों ने 21 फरवरी को दोनों बच्चों को लोहे की जंजीर से बांधकर यमुना नदी में फेंक दिया था। यूपी पुलिस ने मर्का थाना क्षेत्र अगोसी घाट पर यमुना नदी के अंदर से बच्चों की लाश देर रात में निकाली। दोनों बच्चों को पोस्टमार्टम के लिए बांदा ले जाया गया है। बदमाशों ने बताया कि बच्चों ने उन्हें पहचान लिया था। इसलिए दोनों को बांध कर 21 फरवरी को नदी में फेंक दिया था।
बच्चों की हत्या की सूचना मिलते ही चित्रकूट की जनता सड़कों पर उतर आई। पूरे क्षेत्र में सुबह से ही तनाव की स्थिति बन गई है। इस दौरान नाराज भीड़ ने पुलिस पर जमकर पथराव किया है। जिसमें कई लोग घायल हो गए हैं। पुलिस की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई है।
यह है मामला उत्तरप्रदेश के चित्रकूट धाम (कर्वी) के रामघाट के रहने वाले बच्चों के पिता बृजेश रावत तेल व्यवसायी हैं। दोनों बच्चे चित्रकूट (मप्र) के सदगुरू पब्लिक स्कूल में पढ़ते थे। वे 12 फरवरी को दोपहर करीब एक बजे स्कूल की छुट्टी के बाद बस से घर लौट रहे थे। स्कूल परिसर में ही बाइक से आए दो नकाबपोश युवकों ने पिस्तौल दिखाकर बस को रोका और बच्चों को अगवा कर लिया था। यह वारदात सीसीटीवी में भी कैद हुई थी।