साढ़े पांच हजार की रिश्वत लेते पकड़ाया डॉक्टर निकला करोड़ो का आसामी

साढ़े पांच हजार की रिश्वत लेते पकड़ाया डॉक्टर निकला करोड़ो का आसामी

मंडला
लोकायुक्त के शिकंजे में फंसे जिला चिकित्सालय मंडला में पदस्थ सिविल सर्जन डॉ. मनोज मुराली के पास से करोड़ों की चल अचल संपत्ति उजागर हुई है| मुराली के आवास में सोमवार को लोकायुक्त ने छापा मारा था, जहां वे पीडि़त से रिश्वत लेते हुए धाराएं थे। जिसके बाद आय से अधिक की संपत्ति की जांच शुरू की गई, तो लोकायुक्त को उनके घर से करोड़ों की संपत्ति का पता चला है| 

लोकायुक्त को डॉक्टर के घर से 7 लाख नकद, साढ़े 7 लाख बैंक बैलेंस, साढ़े 12 लाख के जेवर, घर के भीतर 90 लाख की सामग्री, 24 लाख 50 हजार के भूमि संबंधी दस्तावेज समेत लोकायुक्त ने अब तक 3 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का पता लगाया है। वहीं डॉ. मुराली के बैंक खातों व लॉकर का पता लगाया जा रहा है। घर पर छापामारी में एक्स-रे मशीन सहित तमाम चिकित्सा उपकरण पाए गए, जिनकी खरीदी के संबंध में ब्यौरा जुटाया जा रहा है|   डॉ, मुराली लगभग 18 सालों से यहॉ पदस्थ हैं। वे डेढ़ साल पहले सिविल सर्जन बनाए गए थे। 

डॉ. मुराली जबलपुर के एक चिकित्सक व अपनी पत्नी की पार्टनरशिप में मंडला में निजी अस्पताल खोलने की तैयारी में थे, जिसके अनुबंध पत्र भी लोकायुक्त के हाथ लगे हैं।  करोड़ों की सम्पत्ति उजागर होने के बाद लोकायुक्त ने बैंकों से डॉ. मुराली के अन्य बैंक खातों व लॉकर की जानकारी मांगी है। जानकारी मिलने के बाद जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा।  

जिला चिकित्सालय मंडला पदस्थ सी, एस डॉ, मुकेश मुराली सिविल सर्जन को लोकायुक्त जबलपुर की टीम के द्वारा 5,500 रुपये लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था।जबलपुर से पहुंची लोकायुक्त टीम ने रिश्वत लेते हुए उसे 22 अप्रैल को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया था। लोकायुक्त टीम ने डॉ. मुराली के घर व कार्यालय में छापामारी भी की थी। डॉ. मुराली फिलहाल जेल में है। मंगलवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहॉ से उन्हें जमानत नहीं मिल पाई। हरीश चंद पिता धरम लाल उइके ग्राम अमझर तहसील नैनपुर के द्वारा लोकायुक्त में शिकायत की गई थी कि डॉ. मुकेश मुराली ने बीमा क्लेम  फार्म में हस्ताक्षर करने के एवज में 15000/- पंद्रह हजार की रिश्वत मांगी है। जिसकी पहली क़िस्त देते समय लोकायुक्त की टीम ने डॉक्टर को 5,500 लेते हुए रेंज हाथों धर दबोचा।