सैक्रेड गेम्स 2 लीक, कंपनियों की उड़ी नींद

बेंगलुरु
15 अगस्त को रिलीज हुई पॉप्युलर वेब सीरीज Sacred Games-2 पाइरेसी का शिकार हो गई है। सीरीज के पाइरेटेड विडियो मेसेजिंग ऐप टेलिग्राम के साथ ही कई वेबसाइट्स पर भी उपलब्ध हैं। इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक इनमें से कुछ वेबसाइट्स फिशिंग और मैलवेयर फैलाने के लिए जानी जाती हैं। वहीं टेलिग्राम चैनल पर सैक्रेड गेम्स-2 के पाइरेटेड वर्जन हजारों यूजर के लिए उपलब्ध है। वहीं दूसरी तरफ इंटरनेट और मोबाइल असोसिएशन ऑफ इंडिया ऐंड अलायंस (IAMAI) इस मामले में महाराष्ट्र साइबर डिजिटल क्राइम यूनिट (MCDCU) की मदद से नेटफ्लिक्स, ऐमजॉन प्राइम, जी5 और ऑल्ट बालाजी के पाइरेटेट कॉन्टेंट को हटाने की कोशिश में लग गया है।
रोक लगाने की कोशिश जारी
आईएएमएआई के प्रजिडेंट सुभो रे ने ईटी को बताया कि इंडस्ट्री असोसिएशन इस मामले में प्रपोजल तैयार कर रही है। हालांकि इस बारे में जब नेटफ्लिक्स से बात करने की कोशिश की गई तो कंपनी ने कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। साल 2017 में बनी एमसीडीसीयू स्टार इंडिया, वायाकॉम 18, सोनी, मोशन पिक्चर असोसिएशन और इंडियन म्यूजिक इंडस्ट्री के साथ मिल कर पाइरेसी के खिलाफ तेजी से मुहिम चला रही है।
फिल्म सेक्टर को हुआ भारी नुकसान
पाइरेसी के कारण फिल्म सेक्टर को करीब 200 अरब रुपये का नुकसान हो रहा है। एमसीडीसीयू ने पाइरेटेड कॉन्टेंट दिखाने वाली 300 वेबसाइट्स पर लगाम लगाने के साथ ही अब तक हर महीने होने वाले 23.6 करोड़ हिट्स पर रोक लगाई है।
पिछले सीजन की भी हुई थी पाइरेसी
मामले की जानकारी रखने वाले एक ऐनालिस्ट ने बताया कि तेजी से हो रही पाइरेसी का कारोबार इसलिए फलफूल रहा है क्योंकि दर्शक इसे आसानी से ऐक्सेस कर लेते हैं। उन्हें पेड कॉन्टेंट के लिए पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती। कमाल की बात ये है कि पाइरेटेड कॉन्टेंट की क्वॉलिटी में भी कोई खास फर्क नहीं रहता। पिछले साल की बात करें तो नेटफ्लिक्स पर आने के कुछ दिन बाद तक सैक्रेड गेम्स-1 कई वेबसाइट्स पर फ्री में उपलब्ध था।