हाजीपुर रेलवे स्टेशन व सोनपुर मेले को उड़ाने की धमकी, एक्शन में आई पुलिस
हाजीपुर
नगर थाना क्षेत्र के कलेक्ट्रेट परिसर के दीवार पर पर्चा चस्पा कर सोनपुर मेला और हाजीपुर रेलवे स्टेशन उड़ाने की धमकी दिए जाने के बाद प्रशासनिक हलके में सनसनी फैल गई। इसके बाद नगर थाना पुलिस, हाजीपुर जीआरपी और आरपीएफ ने संयुक्त जांच अभियान शुरू कर दिया। पर्चे में पातेपुर थाना क्षेत्र में अपहरण के आरोपी को जेल से रिहा करने की मांग की गई है, लेकिन बताया जाता है कि मो. शब्बीर 9 नवंबर को ही जेल से बेल पर रिहा किया जा चुका है। हालांकि सूत्र बताते हैं कि यह किसी अन्य मामले में मुंबई जेल में बंद है।
इस संबंध में सदर एसडीपीओ राघव दयाल ने बताया कि कलेक्ट्रेट परिसर में एक पोस्टर सटा हुआ था। जिसमें हाजीपुर रेलवे स्टेशन और सोनपुर मेले को उड़ाने की धमकी दी गई है। पोस्टर देखकर एक छात्र ने इसका फोटो खींचा और पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद नगर थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष रामाशंकर साह, जीआरपी थानाध्यक्ष सिंह ईश्वर सिंह और आरपीएफ इंस्पेक्टर गणेश राणा ने स्टेशन परिसर के बाहर और अंदर जांच अभियान शुरू कर दिया। पोस्टर में दिए गए नंबर के आधार पर भी पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
मो. शब्बीर महुआ थाना क्षेत्र का ही रहने वाला है और पातेपुर के एक नाबालिग छात्र के अपहरण के मामले में गिरफ्तारी के बाद 27 अक्टूबर को जेल भेजा गया था। इस संबंध में हाजीपुर मंडल कारा अधीक्षक रमेश प्रसाद ने बताया कि 27 अक्टूबर को शब्बीर को जेल लाया गया था। इसके बाद 9 नवंबर को शब्बीर को हाजीपुर मंडल कारा से बेल पर रिहा कर दिया गया।
आतंकी संगठन से जुड़े होने की जताई गई थी आशंका
इस मामले में अपह्रत छात्र के परिजनों ने इसके कश्मीर जाने की बात बताते हुए आतंकी संगठन से जुड़े होने का आरोप लगाया था, लेकिन उस समय भी पुलिस ने जांच के दौरान आरोपी शब्बीर के किसी आतंकवादी संगठन से जुड़े होने की बात से इंकार किया था, लेकिन समाहरणालय परिसर में जिस तरह से एक पोस्टर इसके जेल से रिहा करने को लेकर लगाया गया है। इसके बाद पुलिस के कान खड़े हो गए हैं। पुलिस इस मामले को फिर से जांच-पड़ताल में जुट गई है।