हार के बाद PM मोदी और अमित शाह नेताओं को देंगे जीत का गुरु मंत्र

 हार के बाद PM मोदी और अमित शाह नेताओं को देंगे जीत का गुरु मंत्र

 
नई दिल्ली 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज सुबह 9:30 बजे बीजेपी संसदीय दल की बैठक होगी. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेत तमाम सांसद बैठक में मौजूद रहेंगे. इसमें संसद सत्र की रणनीति को लेकर भी विचार विमर्श होगा.

बैठक में तमाम मुद्दों पर चर्चा तो होगी ही, लेकिन सबकी निगाहें इस बात पर होंगी कि बैठक में प्रधानमंत्री मोदी चुनावी हार पर अपने सांसदों को क्या संदेश देते हैं. बताया जा रहा  है कि वह अपने सांसदों को हार का गम भुलाकर भविष्य में 2019 का लोकसभा चुनाव में जीतने के लिए कैसे तैयारी करनी चाहिए, इसका गुरु मंत्र भी देंगे.

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ऐसे समय में पार्टी सांसदों को संबोधित करने वाले हैं, जब बीजेपी को 2014 में सत्ता संभालने के बाद पहली बार ऐसे महत्वपूर्ण राज्यों में विधानसभा चुनाव में पराजय का सामना करना पड़ा, जहां कई बार से उसकी सरकार थी. इन राज्यों के चुनाव परिणाम मंगलवार को आए थे.                     

बीजेपी को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा है, जहां वह सत्ता में थी. तेलंगाना में मजबूत ताकत के रूप में उभरने के बीजेपी के प्रयासों को भी परिणामों से झटका लगा है, जहां उसे एक सीट से संतोष करना पड़ा, पहले वहां पार्टी की पांच सीटें थीं.

मिजोरम में बीजेपी को एक सीट पर जीत मिली है. यूं तो संसद सत्र के दौरान प्रधानमंत्री मोदी लगभग हर सप्ताह बीजेपी संसदीय पार्टी को संबोधित करते हैं, लेकिन इस बार उनका भाषण महत्वपूर्ण होगा क्योंकि यह कुछ राज्यों में पार्टी की पराजय की पृष्ठभूमि में होगा.

बहरहाल, समझा जाता है कि वह अपने भाषण के दौरान चुनाव परिणाम के पहलुओं का जिक्र कर सकते हैं, साथ ही 2019 के लोकसभा चुनाव अभियान की रूपरेखा के बारे में कुछ कह सकते हैं. सूत्रों ने बताया कि बाद में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह बीजेपी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों, प्रदेश इकाई के अध्यक्षों की बैठक की अध्यक्षता करेंगे. सूत्रों ने बताया कि बैठक की योजना चुनाव परिणाम की घोषणा से पहले तैयार की गई थी. बैठक में संगठनात्मक मुद्दों पर पार्टी नेताओं की राय भी ली जाएगी.

अमित शाह तय करेंगे रणनीति

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है. इसमें सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष और संगठन महासचिवों को बुलाया गया है. इस बैठक में जनवरी के दूसरे हफ़्ते में होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन के एजेंडे को लेकर चर्चा होगी. विधानसभा चुनाव में मिली हार और 2019 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कैसे संगठन को तैयार करना है, स्थानीय मुद्दों पर पार्टी की रणनीति कैसे बनाई जाए इस पर चर्चा होगी.

केंद्र सरकार की गरीब कल्याण योजनाओं को जल्द से जल्द जमीन पर पहुंचाया जाए इस पर भी चर्चा होगी. बीजेपी शासित राज्यों में सरकार और पार्टी के बीच समन्वय को कैसे बेहतर किया जाए इस पर भी जोर दिया जाएगा. बीजेपी शासित राज्यों में रिक्त सरकारी और राजनीतिक पदों पर पार्टी नेताओं की नियुक्तियां जल्द हों, इस पर भी विचार विमर्श किए जाने की संभावना है.