हेडली के भाई ने F16 को लेकर किया ऐसा ट्वीट, सोशल मीडिया पर मच गई सनसनी

इस्लामाबाद
पुलवामा हमले के बाद शरारती लोगों ने सोशल मीडिया में कई फेक, पुरानी और मनगढ़ंत खबरों व तथ्यों को शेयर कर उन्माद फैलाने की कोशिश की। ऐसा ही कुछ हुआ पाकिस्तानी मीडिया में । फर्जी और मनगढ़ंत खबरों के इस फेर में पाकिस्तान का एक नौकरशाह भी फंस गया है जिसने फर्जी खबर ट्विटर पर साझा कर सोशल मीडिया पर सनसनी फैला दी।
पाकिस्तानी नौकरशाह डेनयल गिलानी ने ट्विटर पर यह जानकारी साझा की कि पाकिस्तान के लिए एफ 16 विमान बनाने वाली लॉकहेड मार्टिन कंपनी भारत के खिलाफ केस करने की तैयारी कर रही है।दनयाल गिलानी 26/11 आतंकी हमले के मुख्य आरोपियों में शामिल डेविड कोलमैन हेडली के सौतेले भाई हैं। नौकरशाह डेनयल गिलानी ने एक संदिग्ध वेबसाइट 'wnobserver' की एक खबर का लिंक शेयर करते हुए ट्वीट कर डाला , जिसमें दावा किया गया था कि एफ-16 बनाने वाली कंपनी भारत पर झूठी खबर फैलाने के आरोप में केस करने जा रही है। 'wnobserver' अमेरिका में दर्ज एक निजी वेबसाइट है जिसमें ज्यादातर पाकिस्तान के बड़े लेखक और ब्लॉगर्स शामिल हैं।
इस खबर में लॉकहेड मार्टिन ने 27 फरवरी को भारतीय विदेश विभाग के प्रवक्ता के भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के एफ-16 विमान को उड़ाने के दावे पर निराशा जताई और इसे गलत बयान करार दिया। खबर में यह भी दावा किया गया कि भारतीय सुरक्षा बलों के दावे के इतर पाकिस्तान के पास उसके सभी एफ 16 विमान सुरक्षित हैं। कंपनी की ओर से भी यह साबित करने की कोशिश की गई कि पाकिस्तान में मौजूद सभी एफ 16 विमान सुरक्षित हैं और भारत में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए यहां की केंद्र सरकार राजनीतिक फायदा हासिल करने की कोशिश कर रही है। खबर में यह भी दावा किया गया कि अमेरिकी कंपनी ने भारत के इस दावे को गलत पाया कि उसने एफ 16 विमान को मार गिराया और वह भारत के खिलाफ केस करने जा रही है।
डेनयल के ट्वीट के बाद कंपनी ने उन्हें जवाब देते हुए कहा कि उसकी ओर से इस संबंध में किसी तरह का कोई बयान नहीं जारी किया गया है। कंपनी की ओर से सफाई के बाद गिलानी ने यह ट्वीट डिलीट कर दिया। हालांकि, यह पहली बार नहीं है कि पाकिस्तान फर्जी खबरों के फेर में फंसा है। 28 फरवरी को एयर मार्शल सी हरी कुमार अपनी 39 साल की सेवा के बाद रिटायर हो गए, लेकिन पाकिस्तान की मीडिया ने इस खबर को अपने यहां इस तरह फैलाया कि उन्हें वायुसीमा की सुरक्षा में नाकामी की वजह से हटा दिया गया है।