इमरान के अल्पसंख्यकों वाले बयान पर भड़के नसीरुद्दीन शाह , दिया करारा जवाब
पेशावर
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के अल्पसंख्यकों वाले बयान पर भड़के सीनियर एक्टर नसीरुद्दीन शाह ने करारा जबाव देते हुए कहा कि खान पहले अपना देश संभाले और अपने देश के मुद्दों पर बात करें न कि उनके बारे में, जिससे उनका कोई वास्ता ही नहीं है। हम 70 साल से एक लोकतंत्र हैं और हम जानते हैं कि हमें अपनी देखभाल कैसे करनी है।”
बता दें कि नसीरुद्दीन शाह ने बुलंदशहर हिंसा का जिक्र करते हुए कहा था कि आज के परिवेश में गाय की जान एक पुलिस इंस्पेक्टर की जान से ज्यादा कीमती है। उन्होंने कहा था कि उन्हें अपने बच्चों की सुरक्षा की फिक्र होती है क्योंकि उन्होंने अपने बच्चों को मजहबी तालीम नहीं दी है और उन्हें डर है कि कल अगर कोई भीड़ उनके बच्चों को घेरकर उनका धर्म पूछती है तो वो जवाब नहीं दे पाएंगे। इमरान खान ने नसीरुद्दीन शाह के बयान का समर्थन करते कहा था कि आजादी की लड़ाई के दौरान जिन्ना को एहसास होने लगा था कि कांग्रेस जिस आजाद मुल्क की मांग कर रही है उसमें मुसलमानों को बराबरी का दर्जा हासिल नहीं होगा।
इमरान खान ने कहा कि मुहम्मद अली जिन्ना हिन्दू मुस्लिम एकता के समर्थक थे और उन्हें इकट्ठा करना चाहते थे। उन्होंने कहा, "किसी वजह से कायदे आजम कांग्रेस से अलग हुए होंगे और वो वजह ये थी कि उन्हें धीरे-धीरे एहसास हुआ कि जो कांग्रेस आजादी मांग रही है, उसमें मुसलमानों को बराबर का शहरी नहीं माना जाएगा और वही आज के हिन्दुस्तान में हो रहा है। इमरान खान ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वो मोदी को 'दिखाएंगे' कि 'अल्पसंख्यकों से कैसे व्यवहार करते हैं?' उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों को उनके उचित अधिकार मिलें।