जानकारी देना तो दूर, सूचना मांगने वाले का बदल दिया नाम
लखनऊ
सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत जानकारी मांगने और सीएम के पोर्टल पर शिकायत के मामले में भी एलडीए अफसर खेल करने से नहीं चूक रहे। समस्या के समाधान और सही जानकारी देने की जगह आवेदक का नाम-पता तक बदल दिया गया। मामला गोमतीनगर विस्तार में निजी कंपनियों द्वारा बिना अनुमति गड्ढे खोदकर तार बिछाने और टावर लगवाने से जुड़ा है।
गोमतीनगर विस्तार महासंघ के सचिव उमाशंकर ने एलडीए से सूचना मांगी थी। हालांकि एलडीए अफसरों ने एसके तिवारी के नाम से पत्र जारी कर दिया। इसकी जानकारी पर उमाशंकर ने आपत्ति दर्ज करवाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। महासंघ के सचिव उमाशंकर दुबे के अनुसार निजी टेलिकॉम एजेंसी ने टावर लगाने के लिए जगह-जगह गड्ढे खोदवा दिए।
इसमें गिरकर कई लोगों के साथ ही वह खुद भी चोटिल हो गए। इसके बाद मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की थी। हालांकि एलडीए ने एसके तिवारी के नाम पत्र भेज दिया। सूचना का अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में भी आवेदक का नाम पता बदल दिया गया। पूरे मामले में एलडीए ने बिना एनओसी के काम होने की बात मानी, लेकिन किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। महासंघ ने योजना का काम देख रहे एलडीए के इंजिनियरों पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
ग्रीनवुड अपार्टमेंट के फ्लैट्स में उफनाने लगा सीवर
गोमतीनगर विस्तार के ग्रीनवुड अपार्टमेंट में सीवर निस्तारण की व्यवस्था फेल हो गई है। कई फ्लैट्स में सीवर उफनाने लगे हैं। काफी प्रयास के बाद भी पूरी तरह समस्या का समाधान नहीं हो सका है। सचिव उमाशंकर दुबे के मुताबिक सीवर लाइन के बारे में एलडीए अफसरों से शिकायत के बावजूद सुनवाई नहीं हो रही है।