बिल्डिंग के टैंक में डूबने से ढाई साल के बच्चे की मौत

बिल्डिंग के टैंक में डूबने से ढाई साल के बच्चे की मौत

 
नई दिल्ली

नरेला की संजय कॉलोनी में बन रही एक बिल्डिंग के सेप्टिक टैंक में डूबने से ढाई साल के बच्चे की मौत हो गई। बताया जाता है कि बिल्डिंग के निर्माण की वजह से फिलहाल टैंक को पानी स्टोर करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। टैंक पर ढक्कन नहीं लगाया गया था। सामने घर में रहने वाला बच्चा खेलते हुए वहां पहुंचा और टैंक में गिर गया। पता लगाया जा रहा है कि बिल्डिंग का निर्माण अवैध रूप से किया जा रहा था या नहीं। पुलिस ने मकान मालिक के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया है। अभी उसकी गिरफ्तार नहीं की गई है। 
 
घटना रोहिणी जिले के नरेला थाना इलाके में शुक्रवार सुबह करीब 10:30 बजे हुई। बताया गया है कि फैक्ट्री में काम करने वाले शंकर भरत का परिवार संजय कॉलोनी की गली नंबर-5 में रहता है। उनका ढाई साल का बेटा ध्रुव और एक साल की बेटी है। बिल्डिंग के सामने ही शंकर परिवार के साथ रहते हैं। ध्रुव घर में खेलते हुए अचानक सामने वाली बिल्डिंग में चला गया। बिल्डिंग के सामने ही सेप्टिक टैंक है। बताया जाता है कि पड़ोसियों ने कई बार मकान मालिक से कहा था कि टैंक में कोई ढक्कन लगा दें। नहीं तो कभी न कभी कोई हादसा हो जाएगा। 

मकान मालिक ने किसी की नहीं सुनी। शंकर भरत का परिवार कुछ समय पहले ही इस एरिया में शिफ्ट हुआ है। सुबह बच्चे घर के बाहर खेल रहे थे। शुक्रवार सुबह ध्रुव किसी तरह नजरें बचाकर बिल्डिंग में पहुंच गया। माना जा रहा है कि 8 फुट गहरे टैंक में बच्चे का पैर फिसला होगा। डूबने से बच्चे की मौत हो गई। किसी तरह परिजनों को खबर लगी। तब जाकर बच्चे को निकाला गया। उसे पास के अस्पताल में ले जाया गया। डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। आरोप है कि नरेला थाना पुलिस आरोपी के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है। बिल्डिंग में कुछ दिनों से निर्माण तो नहीं हो रहा था, लेकिन टैंक को नहीं ढका गया था। 

भाई दूज मनाने के लिए हुई ध्रुव की खोज 
शुक्रवार को भैया दूज का त्योहार होने से घर पर जल्दबाजी हो रही थी। ध्रुव की मां उसे नहलाने के बाद उसकी छोटी बहन को नहला रही थीं। जब बहन को भी तैयार करा दिया तो भाई दूज का छोटी बहन से टीका कराने के लिए ध्रुव को खोजा गया। दोनों बहन-भाई की यह पहली भैया दूज थी। 

माता-पिता ने उसे घर के बाहर भी देखा वह नहीं मिला। फिर बुजुर्ग बाबा हरिप्रकाश ने शक जताया कि यहां सामने पानी के टैंक में कुछ लग रहा है। उन्हें शक है कि कहीं बच्चा इसमें न गिर गया हो। उसके अंदर से कुछ आवाजें आ रही हैं। फिर एकदम से टैंक में जाकर देखा तो पहले तो कुछ दिखाई नहीं दिया लेकिन जब टॉर्च लाकर देखा तो ध्रुव का शव उसमें दिखाई दे गया।