मध्य प्रदेश में कांग्रेस का 'मिशन 150' का टारगेट

नई दिल्ली 
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमिटी की तस्वीर बदलने और कमलनाथ को प्रदेश कांग्रेस की कमान मिलने के बाद कांग्रेस ने असेंबली चुनावों को लेकर अपनी तैयारियां शुरू की दी हैं। वहां कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में 150 सीटें जीतने का लक्ष्य का रखा है।
 
गौरतलब है कि पिछले दिनों कांग्रेस का एक भीतरी सर्वे आया है, जो कांग्रेस के लिए काफी उम्मीद जगाता है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने इसी सर्वे के आधार पर अपने लिए 150 सीटों का लक्ष्य रखा है। फिलहाल 230 की असेंबली में वहां कांग्रेस के 57 विधायक हैं। इस लक्ष्य के लिए कांग्रेस ने बाकायदा खाका तैयार कर लिया है। इसके तहत जहां कमलनाथ ने सभी विधायकों को अपने इलाकों में जाकर काम करने की नसीहत दी है, वहीं कांग्रेस ने कुछ सीटों को खास तौर पर चिन्हित किया है। 

कांग्रेस का फोकस उस सीटों पर रहेगा, जहां से पार्टी पिछले कई बार से हारती रही है। ऐसी करीब 40 सीटों की पहचान होगी। बताया जाता है, इनमें भोपाल की गोविंदपुरा, सागर की राहिल व दमोह जैसी सीटें मानी जा रही हैं, जहां कांग्रेस लगभग तीस-चार बार से ज्यादा हारती रही है। कमलनाथ के चार्ज लेने के बाद भोपाल में विधायकों और टिकट चाहने वालों की लाइन लगने लगी। बताया जाता है कि जब लगातार वहां मौजूद रहने लगे तो कमलनाथ ने तमाम विधायकों को एक मीटिंग कर उन्हें अपने इलाके में जाने के लिए कहा। सूत्रों के मुताबिक, कमलनाथ ने सभी विधायकों से कहा कि वे भोपाल में बड़े नेताओं की गणेश परिक्रमा बंद कर अपने-अपने इलाके में जाएं और जाकर काम करें।