हाइब्रिड धान की नयी किस्म एनपीएच एक्स - 4 विमोचित

रायपुर
नुजिवीडू सीड्स लिमिटेड कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर एम. प्रभाकर राव ने डिजिटल प्लेटफार्म के द्वारा हाइब्रिड धान की नयी किस्म एनपीएच एक्स - 4 का विमोचन किया जिसमे 5000 से ज्यादा किसानो ने आॅनलाइन भाग लिया। राव ने किसानो को संबोधित करते हुए एनपीएच एक्स - 4 धान किस्म की विशेषताओं पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया की पिछले कुछ वर्षों से बदलता मौसम, सूखा, तेज हवाएं, बिमारियों और कीटों का संक्रमण, किसानो के लिए धान की खेती करने में अत्यधिक बाधाएं उत्पन्न कर रहा है। परिणामस्वरूप, धान की खेती में खर्च बढ?े के साथ किसानो को उत्पादन के साथ आमदनी भी कम होती है। एनपीएच एक्स - 4 एक मध्यम अवधि की संकर प्रजाति है। जिसकी अवधि क्षेत्रानुसार 115 से 125 दिन होती है। इसके पौधे मध्य ऊंचाई और एक सामान होते हैं और तेज हवाओं में गिरने के प्रति सहनशील होते हैं। एनपीएच एक्स - 4 के पौधों में कल्लों की औसत संख्या 14-15, जो कि अन्य प्रजातियों की तुलना में ज्यादा होती है। यह प्रजाति कम समय में तैयार होती है। जिसके कारण खेत जल्दी खाली होता है और किसान दूसरी फसल को समय से लगा सकते हैं और दूसरी फसल से भी अच्छा उत्पादन ले पाते हैं। एनपीएच-4 की बालियाँ लम्बी 28-30 सीएम, दानों से भरी हुई जिसमे 250-260 दाने होते हैं। इसकी बालियों में उपजाऊ फूलों की संख्या ज्यादा होती है जिसकी वजह से खाली दानो की संख्या दूसरी प्रजातियों की तुलना में बहुत कम होती है। इसके 1000 दानों का वजन 27-28 ग्राम होता है। परिणामस्वरूप, किसान को ज्यादा उत्पादन मिलता है। एनपीएच एक्स - 4 का उत्पादन किसान द्वारा किये गए फसल प्रबंधन पर निर्भर करता है। जिसका औसत उच्च प्रबंधन में 25-28 क्विंटल प्रति एकड़ है। इस प्रजाति में अन्य प्रजातियों की तुलना में रोग और कीटों के प्रति ज्यादा सहनशीलता है। इस वजह से किसान की लागत में कमी आती है और मुनाफा बढ़ता है।
श्री राव जी ने किसानो को आधुनिक वैज्ञानिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया और समय से रोगों और कीटों के प्रबंधन और उर्वरक प्रबंधन के बारे में बताया। सारांश में अगर कहें तो नुजिवीडू सीड्स लिमिटेड कंपनी की एनपीएच एक्स - 4 हाइब्रिड धान किस्म किसानो को कम समय में ज्यादा उत्पादन और ज्यादा आमदनी प्रदान करती है, और तेज हवाओं में न गिरने वाली फसल सुनिश्चित करती है।