पशु बाडे में एक ही जगह से निकले 3 दर्जन कोबरा

brijesh parmar
मंदसौर। मंदसौर से 8 किलो मीटर दूर ग्राम साबाखेड़ा के जंगल में कृषक की झोंपडी में पशु बांधने के स्थल पर खोखली जमीन में एक ही जगह से 3 दर्जन से अधिक कोबरा सांप निकले हैं। कृषक ने सर्प प्रेमी दुर्गेश पाटीदार को बुलवाया था जिन्होंने सर्पों को पकडकर शिवना नदी के पास जंगल क्षेत्र में छोडा है। मामला शुक्रवार अपरांह का है।
साबाखेडा निवासी गोपाल पिता चम्पालाल वासिठा दायमा के कुवे पर पशुओ के बाड़े के पास खोखली व लूज जमीन के अंदर सर्प होने की स्थिति सामने आने पर कृषक ने इसकी जानकारी सर्प प्रेमी को दी थी। उनके आने पर पोली जमीन को जब टटोला गया तो अंदर से एक –एक कर दर्जनों कोबरा बाहर आ गए। कृषक गोपाल बताते हैं कि इस खोखली जमीन के पास ही उनकी गाय को वे बांधते हैं। यहां कुए के साथ उनकी करीब 12 बीघा जमीन है उसी पर उन्होंने झोंपडी बना रखी है और पास में ही गाय के लिए स्थान बना रखा है। सर्प प्रेमी दुर्गेश के अनुसार स्थल पर पहुंचकर उन्होंने जब खोखली जमीन को टटोला तो उसमें से एक के बाद एक करीब 3 दर्जन से अधिक कोबरा प्रजाति के सांप बाहर निकाले गए। इन सभी को पकड कर जंगल में ही शिवना के किनारे छोडा गया है। दुर्गेश बताते हैं सुचना मिलने पर तुरंत सांपो का रेस्कयु कर डब्बे के अंदर बंद करके सुरक्षित स्थान पर छोड़ा गया। इस बारे में वन मंडलाधिकारी संजय रायखेरे से संपर्क साधने पर उन्होंने उन्होंने बताया कि फिलहाल उन्हें बाड़े से निकले कोबरा के बारे में खास मालूमात नहीं है लेकिन बरसात के मौसम में फीमेल कोबरा 20 से 40 अंडे देती हैं, जैसे ही बच्चे अंडे से बाहर निकलते हैं फीमेल उन्हें छोड़कर चली जाती है। जिसके बाद यह खुद ही सरवाइव करते हैं।