31 जिलों के RTO की लापरवाही से शासन को 32 करोड़ की चपत

31 जिलों के RTO की लापरवाही से शासन को 32 करोड़ की चपत

ग्वालियर
प्रदेश के 31 जिलों के आरटीओ की लापरवाही का खामियाजा शासन को भुगतना पड़ा है। इन जिलों में पिछले कुछ वर्षों के भीतर रजिस्टर्ड हुए 5559 वाहनों का निर्धारित से कम रोड़ टैक्स जमा हुआ। वहीं कुछ वाहनों का देरी से टैक्स भरा। जिन पर पैनाल्टी नहीं लगाई गई। इससे शासन को 32 करोड़ रूपए से अधिक राजस्व का नुकसान हुआ। भातर के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की 31 मार्च 2017 की रिपोर्ट से परिवहन विभाग की इस अनियमितता का खुलासा हुआ है।

महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर 2010 से लेकर मार्च 2016 तक प्रदेश के 31 जिलों के रिकॉर्ड की जांच की। यह जांच अप्रैल 2016 से मार्च 2017 तक की गई। इस दौरान पाया कि अलग-अलग श्रेणी के 5559 वाहनों का आरटीओ कार्यालयों में जो रोड टैक्स जमा हुआ था,वह या तो निर्धारित से कम था या फिर कुछ वाहनों का टैक्स भरा ही नहीं गया। परिवहन विभाग के प्रावधानों में स्पष्ट उल्लेख है कि निर्धारित समय अवधि में वाहन के टैक्स का भुगतान नहीं करने और कम टैक्स भरने में पैनाल्टी लगाई जाती है। 

टैक्स की राशि पर प्रतिमाह चार प्रतिशत पैनाल्टी चार्ज वसूला जाता है। यह काम कराधान प्राधिकारी यानि आरटीओ का होता है कि कम टैक्स वाले वाहन मालिकों को नोटिस जारी कर वकाया टैक्स की वसूली पैनाल्टी व ब्याज सहित करें। नोटिस के बाद भी कोई वाहन मालिक वकाया टैक्स जमा नहीं करे तो उनके वाहनों या सहायक उपकरणों को बेचकर टैक्स की वसूली करें। खास बात यह है कि किसी भी जिले के आरटीओ ने वकाया टैक्स की वसूली के लिए कोई कदम नहीं उठाया। किसी वाहन मालिक को नोटिस नहीं भेजे। लापरवाही बरतने से शासन को करोड़ों रूपए राजस्व की हानि हुई। 

महालेखा परीक्षक की ओर से इस अनियमितता के संबंध में परिवहन विभाग के आला अफसरों को अवगत कराया तो उन्होंने गलती स्वीकार भी की। वावजूद इसके अनियमितता की निरंतरता रोकने के लिए विभाग ने उपयुक्त कार्रवाई नहीं की। ना ही संबंधित आरटीओ के खिलाफ कोई एक्शन लिया। 

टैक्स की हानि के लिए जिन जिलों के आरटीओ जिम्मेदार बताए गए हैं,उनमें भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, मुरैना, अजीराजपुर, होशंगाबाद, राजगढ़, रीवा, सागर, शहडोल, उज्जैन, छिंदबाड़ा, धार, गुना, कटनी, खंडवा, खरगौन, मंदसौर, सतना, आगर मालवा, अशोकनगर, बालाघाट, बड़वानी, बैतूल, देवास, नीमच, शिवपुरी, सीधी, सिंगरौली, उमरिया आदि जिले शामिल हैं।