5 लाख करोड़ का ग्रुप बना एचडीएफसी, टाटा को भी छोड़ा पीछे

5 लाख करोड़ का ग्रुप बना एचडीएफसी, टाटा को भी छोड़ा पीछे

नई दिल्ली
 साल 2018 के खत्म होने से पहले एचडीएफसी बैंक ने टाटा ग्रुप को पीछे छोड़ दिया है। एचडीएफसी देश का सबसे ज्यादा मार्केट कैप वाला समूह बन गया है। एचडीएफसी बैंक 5 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप की लिमिट को पार करने वाली भारतीय कॉर्पोरेट के इतिहास में तीसरी कंपनी है।


सितंबर में भी था टॉप 2 में

ब्लूमबर्ग के डेटा के मुताबिक बुधवार को शेयर बाजार बंद होने पर एचडीएफसी ग्रुप का कुल वैल्यूएशन 10.40 लाख करोड़ रुपए रहा। यह टाटा ग्रुप से 1,185 करोड़ रुपए ज्यादा है।टाटा समूह का मार्केट कैप इस साल सितंबर में एचडीएफसी ग्रुप से 2.5 लाख करोड़ रुपए ज्यादा था। सितंबर 2018 तक एचडीएफसी की तुलना में स्टील-टू-सॉफ्टवेयर समूह का मूल्य 2.5 लाख करोड़ रुपये अधिक था।वहीं, मुकेश अंबानी की रिलायंस समूह का मार्केट कैप रैंकिंग में 7.06 लाख करोड़ रुपये के साथ तीसरे स्थान पर था।


HDFC में शामुल हैं 4 कंपनियां

दीपक पारेख के नेतृत्व वाले एचडीएफसी समूह का बाजार पूंजीकरण 10 जुलाई को 10 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया था। टाटा समूह के बाद यह दूसरी कंपनी थी, जिसका बाजार पूंजीकरण इस आंकड़े के पार पहुंचा था।एचडीएफसी समूह में इस समय चार सूचीबद्ध कंपनियां शामिल हैं, जिसमें हाउसिंग फाइनेंस सेक्‍टर की प्रमुख कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड, बैंकिंग क्षेत्र की अग्रणी कंपनी एचडीएफसी बैंक, जीवन बीमा क्षेत्र की एचडीएफसी स्टैंडर्ड लाइफ और ग्रह फाइनेंस इस समूह हैं। वहीं दूसरी तरफ टाटा समूह की करीब 30 कंपनियां शेयर बाजार में सूचीबद्ध हैं।


विश्लेषक भी दे रहे शेयर खरीदने की सलाह

बुधवार को, HDFC बैंक को ट्रैक करने वाले 50 विश्लेषकों में से 92 फीसदी ने शेयर पर खरीदारी की सिफारिश की थी। वहीं टीसीएस को 50 में से केवल 25 विश्लेषक "खरीदने" का सुझाव देते हैं।