भोपाल से पकडे गए 6 आतंकवादी, बड़ी मात्रा में विस्फोटक भी बरामद
भोपाल। भोपाल में 6 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार भोपाल के ऐशबाग और करौंद इलाकों से आतंक विरोधी दस्ता (एटीएस) की टीम ने रविवार तड़के तीन बजे बांग्लादेश के प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के चार आतंकियों को गिरफ्तार किया है। आतंकियों के पास से हथियार और एक दर्जन से अधिक लैपटाप सहित बड़ी मात्रा में जेहादी किताबों समेत संदिग्ध दस्तावेज प्राप्त हुए हैं। ये आतंकी ऐशबाग थाने के करीब ही एक गली के मकान में बीते तीन माह से रहे थे। बेहद गोपनीय ढंग से की गई गिरफ्तारी की सूचना रविवार दोपहर तक स्थानीय पुलिस को भी नहीं थी। सुरक्षा एजेंसियाँ इनसे पूछताछ कर रही हैं। इन सभी ने एक मस्जिद के बगल कराए का मकान ले रखा था। खुफिया एजेंसियों की यह कार्रवाई 13 मार्च, 2022 (रविवार) को सुबह 3 बजे के आसपास हुई है।
फातिमा मस्जिद के पास में एक मकान को किराए पर ले रखा था
बताया जा रहा है कि इन आतंकियों ने भोपाल में ऐशबाग थाने के 200 मीटर दूर फातिमा मस्जिद के पास में एक मकान को किराए पर ले रखा था। खुफिया एजेंसियों ने ऑपरेशन चलाकर इन आतंकियों को गिरफ्तार किया है। आतंकी यहाँ छात्रों के वेश में रहते थे। जहाँ वो रहते थे उस दरवाजे को तोड़ने के लिए गेट पर गोली मारनी पड़ी थी। शक है कि वो कॉलेज के छात्रों को भड़काने का काम करते थे। शुरुआत में उस कमरे में रहने 2 लोग आए थे। उनमें से एक का नाम अहमद बताया जा रहा है। इन्हें किराए पर रखने के लिए कम्प्यूटर बनाने वाले किसी सलमान द्वारा रिफरेन्स दिए जाने की बात कही गई है।
पुलिस ने कमरे को सील कर दिया
मौके पर मौजूद एक चश्मदीद के मुताबिक लगभग 50 से 60 पुलिस वालों ने ऐशबाग थानाक्षेत्र के अहमद अली कॉलोनी की गली नंबर 4 में आतंकियों को पकड़ा है। यह कमरा फातिमा मस्जिद के बगल है। अब पुलिस ने कमरे को सील कर दिया है। पुलिस ने मौके से मज़हबी साहित्य के अलावा एक दर्जन लैपटॉप भी बरामद किया है। गिरफ्तार आतंकियों में एक आतंकी के करोद इलाके से छापेमारी के बाद पकड़े जाने की सूचना है।
3 महीने पहले उस क्षेत्र में किराए पर रहने आए थे आतंकी
पड़ोसियों के मुताबिक, आतंकी लगभग 3 महीने पहले उस क्षेत्र में किराए पर रहने आए थे। ATS के इस अभियान की भनक लोकल पुलिस को भी नहीं लगने पाई। इस घटना के बाद उस मकान के नीचे रहने वाला एक अन्य किराएदार भी गायब हैं। बिल्डिंग की मकान मालकिन का नाम नायब जहाँ बताया जा रहा है जिनकी उम्र 70 साल के आसपास है। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने इस मकान को छिपने के ठिकाने के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए लिया था।
सभी आतंकियों ने किसी कॉलेज में एडमिशन भी ले रखा था
गिरफ्तारी के दिन देर रात मकान मालिकन को शोर सुनाई दिया। उन्हें लगा कि लड़के आपस में लड़ रहे हैं। उन्होंने बाहर निकल कर देखा तो पुलिस थी। पुलिस ने सबको अंदर जाने के लिए बोला। इन सभी आतंकियों ने किसी कॉलेज में एडमिशन भी ले रखा था। ये किस राज्य आए थे और किस संगठन से जुड़े हुए हैं इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है।
कम्यूटर बनाने बनाने वाले सलमान ने दिलाया था कमरा
घर की मकान मालिक नायब जहाँ के मुताबिक, “ये लोग लगभग 3 महीने से यहाँ रह रहे थे। एक का नाम अहमद है तो दूसरे को लोग मुफ़्ती साहब कहते थे। हमारा कम्यूटर बनाने आए सलमान ने मुझ से कराए का मकान पूछा था। उसने किसी आलिमा का कोर्स करने वाले के लिए मकान की बात कही थी। साथ ही ये भी कहा था कि वो बाद में परिवार को ले आएँगे। तब मैंने उसे किराए पर मकान दे दिया। भाड़ा 3500 रुपए तय हुआ था। काफी देर में उन्होंने किराया कैश में दिया था। वो आधार कार्ड के लिए बहाने बनाने लगे। मुझे पहले कभी उन पर शंका नहीं हुई। उनके पास बहुत ज्यादा सामान भी नहीं था।”
घर को भी सील कर दिया गया, करौंद इलाके में भी मिली है सूचना
ऐसी जानकारी मिल रही है कि ऐशबाग के साथ—साथ खुफिया एजेंसी ने करौंद में इनके छिपे होने की सूचना पर छापा मारा है। गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ जारी है। इसी के साथ इनके घर को भी सील कर दिया गया है।
एनआइए कर सकती है जांच
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह पूरी कार्रवाई एनआइए के साथ ही की गई है, लेकिन गिरफ्तारी व अन्य प्रक्रिया अभी एटीएस के माध्यम से पूरी करवाई जा रही है। इसके बाद यह मामला एनआइए को सौंप दिया जाएगा। प्रतिबंधित संगठन से जुड़ा मामला होने की वजह से एटीएस टीम इस पूरे मामले में गोपनीयता बरत रही है।
आतंकियों से पूछताछ जारी
गृह मंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा ने देर शाम आतंकियों की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि जमात उल मुजाहिदीन के गिरफ्तार किए गए चारों आतंकियों से एटीएस टीम पूछताछ कर रही है। यह आतंकी संगठन देश में प्रतिबंधित है। भया समेत में कई स्थानों पर हुए बम विस्फोटों में यह संगठन शामिल रहा है।