उमा भारती के बाद अब प्रज्ञा ठाकुर ने भी शराबबंदी का समर्थन किया

उमा भारती के बाद अब प्रज्ञा ठाकुर ने भी शराबबंदी का समर्थन किया

भोपाल। मध्य प्रदेश में शराबबंदी को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। उमा भारती के बाद अब भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने भी शराबबंदी का समर्थन किया है। उनके बयान पर कांग्रेस ने तंज कस कर कहा कि कुछ दिन पहले सांसद शराब को औषधि बता रही थीं। अपनी सरकार से शराबबंदी की मांग को लेकर सड़क पर उतरें। सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि शराब बंद होना चाहिए। मैं खुलकर शराब विक्रय का विरोध करती हूं। जिससे हमारे परिवार में क्लेश हो। युवा अवस्था में पुत्र चला जाए तो माता-पिता को कितना कष्ट होता है, यह हम सब जानते हैं। लेकिन राजनीति राजनीति होती है।

शराब विष का काम करती है

प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि मैंने कहा था कि जो आयुर्वेद में आसव-अरिष्ठ होते हैं, उनमें अल्कोहल होता है। वह औषधि का काम करते हैं। शराब विष का काम करती है। शराब पीने से आंतें गल जाती हैं, लिवर खराब हो जाता है। इस अवस्था में जो आसव-अरिष्ठ दवा दी जाती है, उसे अमृत कहा जाता है। जिससे व्यक्ति मरता है, उसे विष कहा जाता है। उस विष को बंद करना चाहिए। मैं इसका खुलकर विरोध करती हूं। इस पर कोई राजनीति नहीं होना चाहिए।

कांग्रेस पर भी निशाना साधा
प्रज्ञा ने कहा कि कुछ दिन पहले कुछ कांग्रेसी हमारे बंगले पर शराब की बोतल लेकर आने की कोशिश कर रहे थे। ऐसे लोगों को शर्म आनी चाहिए, जो संन्यासी को शराब देने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस हमेशा बुराई का साथ देकर समाज को अधोगति की ओर ले जाने का काम करती है। मैं कांग्रेस की समाजविरोधा मानसिकता का भी विरोध करती हूं। कांग्रेस के उन लोगों को शर्म आनी चाहिए, जो शराब भेंट करने हमारे बंगले पर पहुंचने का प्रयास कर रहे थे। तुम्हारी औकात नहीं है संन्यासी को शराब पिलाने की। भगवा को आतंकवाद कहकर जो पाप किया है, उसका फल जन्मजन्मांतर तक भोगना होगा।