अडानी समूह के ऊपर लगे आरोपों की जेपीसी से जांच हो - कांग्रेस...
अडानी समूह के ऊपर लगे आरोपों की जेपीसी से जांच हो - कांग्रेस
देश के नागरिकों के हजारों करोड़ रुपये डूबे, मोदी सरकार की भूमिका संदिग्ध
मंडला - अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अडानी समूह पर लगे आरोपों से निवेशकों और जनता के मार्केट में लगे हजारों करोड़ रुपये डूब चुके हैं। इसमें अडानी समूह को मिल रहे केंद्र सरकार के संरक्षण और चुप्पी को लेकर कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इसी क्रम में मण्डला जिला मुख्यालय में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष एड राकेश तिवारी के नेतृत्व में कांग्रेस जनों ने सोमवार को एसबीआई मुख्य ब्रांच के सामने धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस के वक्ताओं ने कहा कि एलआईसी और एसबीआई ये देश के बहुत महत्त्वपूर्ण उपक्रम है। इनकी सुरक्षा की जवाबदारी केंद्र सरकार की होती है, लेकिन वर्तमान समय में रक्षक ही भक्षक बन गए है। अपने मित्र उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार इन दोनो उपक्रमों को दांव पर लगा रही है। यह देश के लिए घातक है और निवेशकों के सुरक्षित पूंजी पर डाका डालने जैसा है। मोदी सरकार द्वारा अदानी समूह में एलआईसी और एसबीआई जैसे सरकारी संस्थानों के बेहद जोखिम भरे लेनदेन और निवेश में भारत के निवेशकों सहित एलआईसी के 29 करोड़ पॉलिसी धारकों और एसबीआई के 45 करोड़ खाताधारकों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। एलआईसी और एसबीआई जैसे पीएसयू हमारे देश का गौरव है और करोड़ों भारतीयों की गाढ़ी कमाई से बने हैं। अपने सबसे अच्छे दोस्त की मदद करने के इरादे से मोदी सरकार ने जबरदस्ती इन पीएसयू और अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को अड़ानी समूह में निवेश किया है। पिछले कुछ दिनों में एलआईसी के 40 करोड़ पॉलिसी धारकों और निवेशकों को ₹35060 करोड़ का नुकसान हुआ है। भारतीय स्टेट बैंक और अन्य बैंकों ने अडानी समूह को भारी मात्रा में कर्ज दिया है। इसी अडानी समूह पर भारतीय बैंकों का लगभग 80000 करोड बकाया है। हम कारपोरेट घरानों के खिलाफ नहीं है लेकिन मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे क्रोनी केपिटलिजम्म हम उनके खिलाफ हैं। हमारी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश या एक संयुक्त संसदीय समिति जेपीसी के तहत एक निष्पक्ष जांच हिडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के आधार पर खड़ी की जाए और एलआईसी एसबीआई और अन्य राष्ट्रीय कृत बैंक के जबरदस्त निवेश पर संसद में चर्चा की जाए।
इस दौरान मुख्य रूप से जिला कांग्रेस अध्यक्ष एड राकेश तिवारी, जिला कांग्रेस संगठन मंत्री सुकीर्ति भूषण, प्रदेश महामंत्री गुलाब सिंह उइके, अमित शुक्ला, संतोष मिश्रा, अखिलेश कछवाहा, अदीब गौरी, अनूप बासल, नानू भाईजान, शाहरुख कुरैशी, अजय चौरसिया, रामविलास झारिया, शाहनवाज खान, बलराम चक्रवर्ती, राजाराम फुलझरिया, अड्डू मिश्रा, गत सिंह भवेदी, सतीश झारिया, इंद्रजीत भंडारी, अभिनव चौरसिया, सैयद मंजूर अली, जावेद कुरैशी, अनिल दुबे, लालू कछवाहा, सचिन कछवाहा, जावेद नट्टू खान, मुकेश कछवाहा, अमन लहोरिया, शंकर पटेल, कुलदीप कछवाहा, रजनीश रंजन उसराठे, शकुन जंघेला, सुमन श्रीवास, शकीला बानो, रेशमा अल्वी, रेखा महोबिया, कामिनी चौधरी, सोशल मीडिया प्रभारी विवेक दुबे सहित काफी संख्या में कांग्रेस जन उपस्थित रहे।