विश्व आदिवासी दिवस पर दिखी आदिवासी लोक संस्कृति की झलक
भव्यता के साथ मनाया गया परंपरा संस्कृति व स्वाभिमान का आदिवासी दिवस
जिले भर में हुए विविध आयोजन-गांव गांव घर घर मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस
मण्डला - आदिवासी समाज की पहचान और गौरव से जुड़े पर्व विश्व आदिवासी दिवस का जिले में एक अलग ही उत्साह रहा। सरकार और प्रशासन की सख्ती व टकराव के बाद भी इस वर्ष जबरदस्त आयोजन हुए। ग्राम मुख्यालय से लेकर विकासखंड मुख्यालय व जिला मुख्यालय तक सैकड़ों स्थानों में विविध आयोजन हुए। आदिवासी समाज की संस्कृति व परंपरा का अनूठा नजारा जिले भर में देखने को मिला। जिला मुख्यालय में सुबह से लेकर देर शाम तक एक दर्जन से ज्यादा रैलियां निकाली गईं। पारंपरिक वेश भूषा के साथ आदिवासी गीतों की धुनों में हजारों की संख्या में आदिवासी समाज के नागरिक थिरकते रहे। नगर में जगह जगह स्थापित महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया गया। सभी रैलियों का समापन रानी दुर्गावती स्मारक में पहुंचकर किया गया।
घुघरी मुख्यालय सहित 84 ग्रामों में हुए आयोजन -
जिले के विकासखंड मुख्यालय घुघरी में सर्व आदिवासी समाज के द्वारा भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। समाज के वरिष्ठ जनों के साथ बिछिया विधायक नारायण सिंह पट्टा, कमल सिंह मरावी ने विधि विधान से गोंगो पूजन करके कार्यक्रम की शुरुआत की। इस दौरान उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी किया गया जिसमें समाज की एकता और समाज के लोगों के मूल अधिकारों के लिए एक नई क्रांति लाने का आव्हान किया गया। विश्व आदिवासी दिवस पर अवकाश निरस्त करने और आयोजनों को प्रभावित करने को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ जबरदस्त जनाक्रोश भी संबोधनों में सुनने को मिला। इसके पश्चात हजारों की संख्या में उपस्थित समाज के नागरिकों द्वारा भव्य रैली निकाली गई और सांस्कृतिक कार्यक्रम किये गए।
बिछिया, मवई, घुटास, अंजनियाँ सहित सैकड़ों गांवों उमड़ा अपार जनसैलाब -
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बिछिया, मवई, घुटास के मुख्यालयों सहित सैकड़ों ग्रामों में विविध आयोजन हुए। पारंपरिक गोंगो पूजन और आदिवासी संस्कृति के प्रतीकों के पूजन के उपरांत कार्यक्रम शुरू किए गए। जिनमें समाज के प्रबुद्ध जनों ने उपस्थित सगाजनों को संबोधित किया। बिछिया विधायक नारायण सिंह पट्टा ने कहा कि जल जंगल और जमीन के संरक्षक होने के साथ हम इस देश के संरक्षक हैं। देश मे आज कुछ लोग कर्णधार बनकर घूम रहे हैं जिनका योगदान कुछ भी नहीं है। आज वे हमारी सबसे पुरातन संस्कृति को मिटाने की कोशिश कर रहे हैं पर शायद ये भूल गए हैं कि आदिवासी समाज का इतिहास क्रांतियों से भरा हुआ है। हमारे समाज में हर नागरिक एक क्रांतिकारी है और ये लोग हमारे समाज से टकराने की कोशिश कर रहे हैं। बाबा साहेब के संविधान से जो अधिकार हमें मिले हैं उन्हें खत्म करने की कोशिश की जा रही है संवैधानिक संस्थाओं को नष्ट किया जा रहा है। विश्व आदिवासी दिवस पर घोषित अवकाश निरस्त करना इनकी ऐसी ही एक साजिश है लेकिन इनकी साजिश हम कामयाब नहीं होने देंगे। आज हमारे समाज को एकजुट होकर इन समाजविरोधी ताकतों से लड़ने की जरूरत है। एक नई क्रांति लानी होगी जिससे ऐसी ताकतों को माकूल जबाब दिया जा सके। हम न तो डरने वाले हैं और न हारने वाले हैं। हमारे जो अधिकार हैं वो तो हमारे रहेंगे ही और जो हमें चाहिए वो भी हम लेकर रहेंगे। आंदोलन धरना प्रदर्शन भूख हड़ताल सब कर चुके हैं अब विधानसभा में भी जाकर प्रदर्शन करेंगे। ये जहां जहां हमसे टकराएंगे हम वहां वहां पहुंचकर इनको जबाब देंगे। हमारी हर सांस हमारे समाज की कर्जदार है और इसके लिए हमको मिटना भी पड़े तो हम तैयार हैं। इसके पश्चात घुटास, मवई, बिछिया में हजारों की संख्या में आदिवासी समाज के नागरिकों की उपस्थिति में भव्य रैली निकाली गई और अपनी मांगों के लिए एक ज्ञापन सौंपा गया।
निवास, नारायणगंज, बीजाडांडी, मोहगांव में हुए आयोजन -
जिले के विकासखंड मुख्यालय निवास, बीजाडांडी, नारायणगंज, मोहगांव में भी भव्य आयोजन किये गए। सभी ग्रामों में आयोजनों के साथ रैलियां निकाली गईं। निवास में विधायक डॉ अशोक मर्सकोले ने समाज की एकता और परंपरा को कायम रखने के लिए अपना वक्तव्य दिया। उन्होंने कहा कि हमारा समाज परंपरा संस्कृति और स्वाभिमान वाला समाज है। हमने जल जंगल जमीन की रक्षा के साथ अपनी संस्कृति के लिए हमेशा संघर्ष किया है। हमारा समाज मूलनिवासी समाज है हम इस मिट्टी के वास्तविक निवासी हैं। ये सरकार हमें डराने की कोशिश कर रही है सही मायने में डरना इन्हें चाहिए क्योंकि हम अगर अपनी में आ गए तो इनकी सरकार को भागने की जगह नहीं मिलेगी। विश्व आदिवासी दिवस का अवकाश निरस्त करने को ये अपनी जीत समझ रहे हैं असल मे ये करके इन्होंने अपने पैर में कुल्हाड़ी मार ली है। इनकी हरकतों ने हमारे आयोजनों को और बड़ा कर दिया है अब गांव गांव घर घर आयोजन हो रहे हैं विश्व आदिवासी दिवस अब हर नागरिक का आयोजन बन गया है। इस दौरान आदिवासी समाज के वरिष्ठ जनों सहित जनप्रतिनिधियों व समाज के नागरिकों की उपस्थिति रही।
जिला कांग्रेस ने किया स्वागत -
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एड राकेश तिवारी के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने कांग्रेस कार्यालय के सामने नेहरू स्मारक में सभी रैलियों का स्वागत किया। रैली में शामिल आदिवासी समाज के प्रबुद्ध जनों का स्वागत करने के पश्चात सभी को स्वल्पाहार वितरण किया गया एव पानी पिलाया गया। इस दौरान काफी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही।