चुनाव में 51% वोट हासिल करने के लक्ष्य के साथ 12 हजार केंद्रों में शुरू हुआ भाजपा का शक्ति सम्मेलन
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा 51 प्रतिशत वोट शेयर का लक्ष्य लेकर चल रही है। इस लक्ष्य को हासिल करने के उद्देश्य से 12 हजार शक्ति केंद्रों में सम्मेलन आयोजित किए गए हैं। मंगलवार को अलग-अलग शक्ति केंद्रों में सम्मेलन आयोजित किए। भोपाल के कोलार में प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने सम्मेलन को संबोधित किया और संपदा कार्ड वितरित कर पन्ना प्रमुख और सह प्रमुख को मतदाताओं को जोड़ऩे का लक्ष्य तय कर बूथों के लिए रवाना किया। इसी तरह प्रदेश पदाधिकारियों को भी अलग-अलग शक्ति केंद्रों की जिम्मेदारी दी गई है।
तीन दिवसीय सम्मेलन में रहेंगे सभी बडे नेता
इस तीन दिवसीय सम्मेलन में पार्टी का पूरा नेतृत्व, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री गण, राष्ट्रीय एवं प्रदेश पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे। पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि अब मां दुर्गा का आशीर्वाद लेकर पार्टी कार्यकर्ता एक बार फिर मैदान में उतरने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2023 का चुनाव हर बूथ पर लड़ा जाएगा। पार्टी कार्यकर्ता 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' के मंत्र को नीचे तक पहुंचाने के संकल्प के साथ मैदान में उतरेंगे। हर बूथ पर पार्टी नेतृत्व की उपस्थिति में कार्यकर्ता प्रचंड बूथ विजय की प्रतिज्ञा लेंगे।
कार्यकर्ताओं को ‘संपदा’ (सम्मान, पहचान, दायित्व) कार्ड भी वितरित किए जाएंगे
इन सम्मेलनों में कार्यकर्ताओं को ‘संपदा’ (सम्मान, पहचान, दायित्व) कार्ड भी वितरित किए जाएंगे। कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह की मंशा के अनुरूप प्रत्येक बूथ पर 51 प्रतिशत वोट हासिल करने की रणनीति और माइक्रो मैनेजमेंट प्लान बनाएंगे। बीते दो सालों में मध्य प्रदेश में संगठन के सुदृढ़ीकरण और बूथ सशक्तीकरण के लिए सभी 64,523 बूथों पर अभियान चलाए गए। इसके साथ ही संगठन में आधुनिक तकनीक समावेश की दृष्टि से बूथों के डिजिटाइजेशन का काम भी किया गया और कार्यकर्ताओं ने बूथ विजय का संकल्प भी लिया।
कार्यकर्ताओं को चुनाव संबंधी प्रशिक्षण दिया जाएगा
सम्मेलन में पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव संबंधी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इनमें शक्ति केंद्र की टोली और बूथ अध्यक्ष, महामंत्री व बीएलए के पहचान पत्र का वितरण] सभी प्रकार की सूचियों का वितरण जिनमें मतदाता सूची, लाभार्थी सूची, 80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं की सूची, नवमतदाता, दिव्यांग और अन्य मतदाताओं की सूची पर काम होगा। इस कार्य के लिए प्रमुख और सह प्रमुख भी बनाए जाएंगे। चुनाव की दृष्टि से कोई सुझाव अथवा फीडबैक लिया जाता है तो उसे विधानसभा संयोजक के माध्यम से जिला और प्रदेश स्तर पर पहुंचाया जाएगा। हर बूथ का एक वाट्सएप ग्रुप होगा।