बड़ा हादसा: बारातियों से भरी कार चंबल में गिरी, दूल्हे समेत नौ की मौत

बड़ा हादसा: बारातियों से भरी कार चंबल में गिरी, दूल्हे समेत नौ की मौत

कोटा में हादसा: नदी में तैर रहा था दूल्हे का साफा

हादसे के बाद कार को क्रेन से बाहर निकाला गया 

brijesh parmar
कोटा/उज्जैन। राजस्थान के कोटा में रविवार सुबह बड़ा हादसा हुआ। दूल्हे समेत नौ बारातियों को लेकर जा रही तेज रफ्तार कार चंबल नदी में गिर गई। हादसे में सभी की मौत हो गई। घटना नयापुरा के पास छोटी पुलिया पर हुई। सूचना मिलते ही पुलिस और निगम के गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू अभियान चलाया गया। नदी में डूबे सभी लोगों के शव बाहर निकाल लिए गए हैं। बारात चौथ का बरवाड़ा से मप्र के उज्जैन के भैरुनाला की हरिजन बस्ती आ रही थी। सभी 9 लोग एक ही कार में सवार थे। निगम गोताखोर विष्णु श्रृंगी ने बताया कि हादसा सुबह 5:30 बजे हुआ। किसी राहगीर ने चंबल नदी में कार को पलटते देखा। इसके बाद निगम के गोताखोरों की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया। क्रेन की मदद से कार को बाहर निकाला गया। हादसे पर मंत्री शांति धारीवाल ने दुख जताया है। साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और मप्र के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी घटना को दुखद बताया है।

कार में दूल्हे के दोस्त और कुछ रिश्तेदार थे
मृतकों में दूल्हा अविनाश वाल्मीकि भी शामिल है। परिवार ने बताया कि कार में अविनाश के साथ दोस्त और कुछ रिश्तेदार शामिल थे। इनके साथ बारातियों की एक बस भी जा रही थी, जो आगे निकल गई थी। इस बस में 70 लोग सवार थे। ये लोग बरवाड़ा से 2 बजे रवाना हुए थे। इसके बाद सभी लोग केशोरायपाटन में चाय पीने के लिए रुके। इसके बाद बस आगे निकल गई। जब बस कोटा पार कर चुकी थी, तो उसमें सवार बारातियों को लगा कि कार काफी दूर रह गई। फिर समाज के लोगों ने फोन कर सूचना दी कि कार चंबल में गिर गई।  

छह मृतक जयपुर के रहने वाले
इस हादसे में दूल्हे अविनाश, दूल्हे का भाई केशव, कार ड्राइवर इस्लाम की मौत हो गई। बाकी मृतक जयपुर के रहने वाले थे। मरने वालों में जयपुर के टोंक फाटक निवासी कुशाल और शुभम, ट्रांसपोर्ट नगर निवासी राहुल, टोंक फाटक निवासी रोहित, घाटगेट निवासी विकास, मालवीय नगर निवासी मुकेश शामिल हैं।

एक ही दिन थी तीन बहनों की शादी, छोटी बहन के दूल्हे ने जान गंवा दी
इस दर्दनाक हादसे ने शादी वाले दो घर-परिवारों की खुशियां छीन लीं। चौथ का बरवाड़ा के रहने वाले अविनाश की शादी उज्जैन में होनी थी। रविवार को फेरे थे, लेकिन उससे पहले ही इतनी बड़ी अनहोनी हो गई। दुल्हन को अभी हादसे के बारे में कुछ नहीं बताया गया है। उज्जैन के भैरू नाला इलाके की वाल्मीकि बस्ती में रहने वाले सुभाष के घर में तीन बेटियों की शादी के लिए मंडप सजा था। मंगल गीत गाए जा रहे थे। तीन-तीन बारातों के स्वागत की तैयारियां हो रही थीं कि तभी ये मनहूस खबर आ गई। अविनाश की शादी परिवार की सबसे छोटी बेटी से तय थी। दुल्हन के चाचा संदीप क्लोसिया और अन्य रिश्तेदार घटना की सूचना के बाद कोटा पहुंचे। दूल्हे सहित 9 बारातियों की लाशें देखकर हर किसी का कलेजा कांप उठा। चाचा संदीप क्लोसिया ने बताया कि अविनाश और उनकी भतीजी जया उर्फ गौरी की 6 महीने पहले सगाई हुई थी। घर में एक ही दिन, एक ही मंडप में एक साथ तीन बहनों की शादी होनी थी। जया सबसे छोटी है और जुड़वां है। बाकी दो बारातें मप्र के टाल और श्योपुर से आ रही थीं। अब इतना बड़ा हादसा होने के बाद खुशियों के घर में मातम पसर गया। किसी को यकीन नहीं हो रहा।