चारधाम यात्रा शुरू, गंगोत्री धाम के कपाट खुले, 6 मई को खुलेंगे केदारनाथ के कपाट

चारधाम यात्रा शुरू, गंगोत्री धाम के कपाट खुले, 6 मई को खुलेंगे केदारनाथ के कपाट

PM मोदी के नाम से हुई पहली पूजा

देहरादून, अक्षय तृतीया पर्व आते ही आज से चारधाम यात्रा शुरू हो गई है। गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट आज मंगलवार को खुल गए हैं। चारधाम यात्रा आज उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ शुरू होगी। मिली जानकारी के मुताबिक केदारनाथ के कपाट 6 मई को खुलेंगे वहीं बद्रीनाथ मंदिर के कपाट 8 मई को खोले जाएंगे। इससे पहले आज अक्षय तृतीया पर्व पर गंगोत्री धाम के कपाट सुबह 11:15 बजे खोल दिए गए। उद्घाटन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शामिल हुए। पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर की गई है। जिसमें मुख्यमंत्री ने पूजा-अर्चना की। वहीं यमुनोत्री धाम के कपाट भी दोपहर 12:15 बजे खोल दिए जाएंगे।

रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद

बीते 2 साल कोरोना संक्रमण के कारण सख्त गाइडलाइन लागू थी, लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण कम होने के बाद छूट मिलने के कारण रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। उत्तराखंड सरकार ने चारों धामों में रोज दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या तय की है। मिली जानकारी के मुताबिक बद्रीनाथ में 15,000 तीर्थ यात्री, केदारनाथ में 12,000, गंगोत्री में 7,000 और यमुनोत्री में 4,000 तीर्थयात्री रोज दर्शन करने जा सकते हैं। यह व्यवस्था आगानी 45 दिनों के लिए है।

कोविड निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य नहीं
इस साल चार धाम यात्रा के लिए उत्तराखंड आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए कोविड निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट लाना अनिवार्य नहीं है। तीर्थ यात्रा के लिए रवाना होने से पहले श्रद्धालुओं के लिए पर्यटन विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण जरूर कराना होगा। यमुनोत्री धाम के कपाट खोलने की प्रक्रिया जारी है। उद्घाटन के लिए गंगोत्री और यमुनोत्री धाम को फूलों से सजाया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 3 मई को हर्षिल हेलीपैड पहुंचे। इसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कार से गंगोत्री धाम पहुंचे और उद्घाटन में शामिल हुए।

रात आठ बजे के बाद चारधाम नहीं जा सकेंगे वाहन 
चारधाम यात्रा शुरू होने के साथ ही परिवहन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने मोर्चा संभाल लिया है। परिवहन मुख्यालय के निर्देश पर यात्रा मार्गों पर डामटा, तपोवन, कुठालगेट, ब्रह्मपुरी में स्थापित चेक पोस्टों पर कर्मचारियों की तैनाती के साथ वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी गई है। 

आरटीओ (प्रवर्तन) सुनील शर्मा ने बताया कि तीर्थयात्रियों के वाहनों को सुबह पांच से रात आठ बजे तक ही आने-जाने दिया जाएगा। सुबह पांच बजे से पहले वाहनों को चारधाम पर जाने की इजाजत नहीं होगी। इसी प्रकार रात आठ बजे के बाद भी यात्री वाहन चारधाम नहीं जा सकेंगे। परिवहन विभाग की ओर से स्थापित चेक पोस्टों पर वाहनों का पंजीकरण करने और कागज की जांच के बाद ही यात्रा की अनुमति दी जा रही है।  चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों के ग्रीन कार्ड भी चेक किए जा रहे हैं। 

रफ्तार पर नजर रखेगा इंटरसेप्टर 
वाहनों की गति पर नजर रखने के लिए ऋषिकेश से बदरीनाथ के बीच तीन स्थानों पर हाईवे पर इंटरसेप्टर तैनात किए गए हैं। आरटीओ (प्रवर्तन) सुनील शर्मा ने बताया कि पहला इंटरसेप्टर रुद्रप्रयाग से सोनप्रयाग के बीच, दूसरा रुद्रप्रयाग से बदरीनाथ धाम के बीच और तीसरा डामटा-यमुनोत्री हाईवे पर तैनात किया गया है। वाहनों की गति 40 किमी प्रति घंटे से अधिक मिली तो चालान किया जाएगा। 

अभी काम नहीं कर रहे चेक पोस्ट पर लगे कैमरे 
वाहनों और तीर्थयात्रियों की निगरानी के लिए पर्यटन विभाग की ओर से चेक पोस्ट पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। हालांकि, लिंक की व्यवस्था नहीं होने से फिलहाल इनका इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। आरटीओ सुनील शर्मा ने बताया कि जैसे ही लिंक मिलते ही सीसीटीवी कैमरे चालू होंगे।

केदारनाथ दर्शन को आ सकते हैं प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ दर्शन के लिए उत्तराखंड आ सकते हैं। हालांकि अभी उनका कार्यक्रम फाइनल नहीं हुआ है। लेकिन प्रशासनिक व राजनीतिक हलकों में उनके केदारनाथ आने की चर्चाएं हैं। 
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रधानमंत्री को पहले ही चारधाम यात्रा पर आने का निमंत्रण दे चुके हैं। पर्यटन व धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज एलान कर चुके हैं कि चारों धामों में पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर होगी। अब प्रधानमंत्री के केदारनाथ दर्शन पर आने की चर्चा है। आगामी छह मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुल रहे हैं। प्रधानमंत्री के उसी दिन केदारनाथ आने की संभावना जताई जा रही है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री के बाबा केदार में अगाध आस्था है। वह स्वयं कई बार कह चुके हैं कि उन्हें यहां आध्यात्मिक ऊर्जा मिलती है। इधर, प्रशासनिक स्तर पर भी गुपचुप तैयारियां चल रही हैं। प्रशासन प्रधानमंत्री के आने की संभावना के हिसाब से केदारधाम में यात्रा की तैयारी और व्यवस्था कर रहा है। मंगलवार तक स्थिति साफ होने के आसार जताए जा रहे हैं।