हिंदू पक्ष का दावा, ज्ञानवापी सर्वे में तहखाने में खंडित मूर्तियां, त्रिशूल, दीवारों पर हाथी के सूंढनुमा आकृति मिली
वाराणसी, उत्तर प्रदेश में ज्ञानवापी परिसर के सर्वे का काम शनिवार को लगातार दूसरे दिन जारी है। सुबह 7 बजे से एएसआई की टीम ने ज्ञानवापी परिसर में सर्वे का काम शुरू किया। सर्वे के दौरान विभिन्न पहलुओं की जानकारी ली गई। सर्वे के दूसरे दिन मुस्लिम पक्ष की ओर से भी प्रतिनिधि ने भाग लिया। तहखाने का दरवाजा खुला और सर्वे टीम भीतर पहुंची। सर्वे के दौरान मस्जिद परिसर के भीतर करीब 61 लोग मौजूद रहे। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की टीम के साथ-साथ हिंदू पक्षकार, हिंदू पक्ष के वकील, मुस्लिम पक्ष के प्रतिनिधि शामिल रहे। दोपहर के भोजन के लिए सर्वे के कार्य को रोका गया है। दोपहर बाद करीब 2:30 बजे से एक बार फिर सर्वे का काम शुरू किया गया है। इससे पहले करीब साढ़े चार घंटे के सर्वे के दौरान हिंदू पक्ष की ओर से कई महत्वपूर्ण चीजें मिलने का दावा किया गया है। इसमें एक खंडित मूर्ति मिलने का भी दावा किया गया है। वहीं, मुस्लिम पक्ष इस प्रकार की कोई चीज नहीं मिलने की बात कर रही है। आईए सर्वे के पांच महत्वपूर्ण अपडेट्स के बारे में जानते हैं।
दो फीट के त्रिशूल, आधी मनुष्य और आधी पशु की मूर्ति मिलने का दावा
ज्ञानवापी केस में हिंदू पक्ष की याचिकाकर्ता सीता साहू ने शनिवार को पहली पाली में सर्वे का काम पूरा होने के बाद बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि तहखाने में खंडित मूर्ति मिली हैं। करीब चार फीट की मूर्ति को लेकर दावा किया गया है कि यह आधी मनुष्य और आधी पशु की मूर्ति है। इसे नरसिंह अवतार की मूर्ति के रूप में भी प्रदर्शित किया जा रहा है। तहखाने के भीतर मिली मूर्तियों का सर्वे किया जा रहा है। साथ ही, सीता साहू ने कहा कि तहखाने में मंदिर के टूटे खंभे के अवशेष भी मिले हैं। दूसरे दिन के सर्वे के दौरान मुस्लिम पक्ष की ओर से सहयोग किए जाने की भी उन्होंने कही। सीता साहू ने कहा कि तहखाने की वीडियोग्राफी कराई गई है। सर्वे में दो फीट के त्रिशूल भी मिलने का दावा किया जा रहा है। इसके अलावा 4 फीट की मूर्ति के साथ-साथ 5 कलश भी वहां पाए जाने की बात सामने आई है।
हम एएसआई सर्वेक्षण से संतुष्ट: मुस्लिम पक्ष
ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के सर्वे में शनिवार को मुस्लिम पक्ष भी शामिल हुआ। शुक्रवार को जब भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम करीब 11 दिनों बाद फिर से ज्ञानवापी पहुंची थी तो मुस्लिम पक्ष ने उनका बहिष्कार कर दिया था। दरअसल, मुस्लिम पक्ष ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के ज्ञानवापी एएसआई सर्वे आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने भी जब एएसआई सर्वे का आदेश बरकरार रखा तो फिर मुस्लिम पक्ष की ओर से सहयोग किया जाने लगा। एएसआई सर्वे पर मुस्लिम पक्ष के वकील मुमताज अहमद की ओर से बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि हम एएसआई सर्वेक्षण से संतुष्ट हैं। कल तक हम सर्वेक्षण में भाग नहीं ले रहे थे, लेकिन आज हम भाग ले रहे हैं। एएसआई टीम की सहायता कर रहे हैं।
पहले इनकार, बाद में मुस्लिम पक्ष ने दी चाबी
ज्ञानवापी परिसर में सर्वे के लिए शनिवार को एएसआई की 61 सदस्यों की टीम पहुंची। मस्जिद का ताला खोल दिया गया। मस्जिद के भीतरी भाग का भी सर्वेक्षण का कार्य कराया जा रहा है। दरअसल, पहले मुस्लिम पक्ष ने चाबी देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद प्रशासन की ओर से इस मामले में हस्तक्षेप किया गया। मुस्लिम पक्ष से बातचीत हुई। इसके बाद मुस्लिम पक्ष ने तहखाने की चाबी एएसआई को सौंप दी है। ज्ञानवापी के बैरिकेटेड एरिया में दो दिनों से सर्वे के कार्य को कराया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने सीलबंद लिफाफे में अपनी जांच रिपोर्ट एएसआई को कोर्ट में जमा करने का आदेश दिया गया है। इस कारण एएसआई सर्वे पर कोई भी आधिकारिक तौर पर कुछ भी कहने से बच रहा है।
पश्चिमी दीवार पर हाथी के सूंढनुमा आकृति का चिह्न मिला
तहखाना का दरवाजा खुलते ही कई प्रकार के दावे किए जाने लगे हैं। सूत्रों के हवाले से चौंकाने वाली खबर सामने आई है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में हिंदू पक्ष के हवाले से कहा गया है कि तहखाने में चार फीट की मूर्ति मिली है। मूर्ति पर कलाकृतियां अंकित हैं। इस मूर्ति के कालखंड का पता लगाया जा रहा है। एएसआई की टीम तहखाने के भीतर सर्वे कर रही है। इस क्रम में मस्जिद के भीतर कमल, त्रिशूल, कलश और मूर्तियों की आकृतियां मिलने का भी दावा किया गया है। दीवारों और खंभों पर बनी आकृतियों की रिकॉर्डिंग की भी बात कही जा रही है। आकृति की निर्माण शैली, प्राचीनता को एएसआई टीम ने अंकित किया है। दावा यह भी किया जा रहा है कि सर्वे के दौरान ज्ञानवापी की पश्चिमी दीवार पर हाथी के सूंढनुमा आकृति का चिह्न मिला है। इस पर बनी नक्काशी, स्वास्तिक, कलश फूल, कमल के फूल आदि की आकृतियां भी पाई गई हैं।
एएसआई सर्वे का कार्य चार सप्ताह में होगा पूर्ण
एएसआई की ओर से चल रहे सर्वे का कार्य चार सप्ताह में पूरा होने की बात कही जा रही है। एएसआई के एडिशनल डायरेक्टर जनरल डॉ. आलोक त्रिपाठी के नेतृत्व में सर्वे के कार्य को पूरा कराया जा रहा है। ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने के सर्वे का कार्य शुरू होने के बाद से हिंदू पक्ष की ओर से लगातार दावे बढ़ने लगे हैं। ज्ञानवापी सर्वे पर राजनीति भी शुरू हो गई है। पिछले दिनों सीएम योगी ने इसे मस्जिद कहने पर विवाद की बात कही थी। अब समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर विवादित मुद्दों को छेड़ने का आरोप लगाया है।