युवाओं के लिए नौकरी पाने का मौका, पीएचई होने वाली है 400 इंजीनियरों की भर्ती
राज्य में हैड़पंप और नल जर्जर अवस्था में
भोपाल। बेरोजगारों के लिए यह अच्छी खबर है। राज्य सरकार जल्द ही 400 इंजीनियरों की भर्ती करने वाली है। यह नियुक्ति प्रदेश के कई जिलों में की जाएगी। पीएचई विभाग के मुताबिक दो माह में इसकी भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। राज्य के कई शहरों में हैड़पंप और नल जर्जर अवस्था में पड़े हुए हैं, उन्हें ठीक करने के लिए न तो योग्य कर्मचारी ही हैं, और न ही आला अफसर, इसी को देखते हुए विभाग 400 इंजीनियर्स की नियुक्ति की तैयारी कर रहा है। अगले दो माह में पीएचई इंजीनियरों की भर्ती प्रक्रिया को पूरी कर लेगा।
प्रदेश में हल नहीं हो पा रही है पानी की समस्या
गर्मी आते ही प्रदेशभर में पानी की समस्या उत्पन्न हो जाती है, पानी की समस्या से जूझ रहे ग्रामीण परंपरागत तराके से पीने लायक पानी को निकाल पाते हैँ। इस समस्या के लिये कई बार अधिकारियों को अवगत कराया गया है, लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो सकी है। पानी से तरसते प्रदेशवासियों के इस मुद्दे को राजनीतिक रंग भी लग चुका था। इस बिषय पर विपक्षी पार्टियों ने कई बार सरकार को आड़े हाथ ले रखा था, इसी को देखते हुऐ प्रदेश सरकार एक्शन मोड में है।
सच से बहुत दूर सरकार का दावा
मध्य प्रदेश सरकार के आंकड़ों के मुताबिक 48 लाख 69 हजार 475 ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन के माध्यम से जल उपलब्ध करवाया जा चुका है, लेकिन जमीनी हालात इस सच से बहुत दूर है। जिन परिवारों तक नल के माध्यम से पानी पहुंचाया गया है, वे जर्जर हो चुके हैं। राज्य में जल जीवन मिशन के कार्य 2020 में शुरू हुए थे, तब से तकरीबन 49 लाख ग्रामीण परिवारों तक पानी पहुंचाने का दावा किया जा रहा है, साथ ही सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार प्रदेश के 4 हजार 258 ग्रामों के शत प्रतिशत घरों में नल कनेक्शन के माध्यम से जल पहुंचा दिया गया है।
समस्या से जूझ रहे 84 ब्लॉक के लोग
बता दें, प्रदेश के 313 में 84 प्रखंड़ पानी की समस्या से पीड़ित हैं, और जिन ब्लॉकों में पानी की विकराल समस्या है, वे अधिकतर बुंदेली रीजन के अंर्तगत आते हैं। पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे इस क्षेत्र के ग्रामीण कई बार अपना विरोध जता चुके हैं, लेकिन विभाग के इंजीनियर्स की तैनाती के फैसले से कुछ राहत मिलने के आसार हैं।